कब्रिस्‍तान के लिए जमीन नहीं दी तो पंचायत ने दिया जानलेवा फतवा

बाराबंकी जिले के गांव में एक खानदान को पंचायत ने ऐसा सामाजी बायकाट किया कि वह भुखमरी की कगार पर आ गया। गांव में न तो उसे राशन मिल रहा है और न ही दवा, यहां तक की छोटे बच्चों का दूध भी इस खानदान को नहीं मिल पा रहा है।

इतना ही नही रोजगार के तौर पर काफी दिनों से चल रही सब्जी की दुकान को भी पंचायत ने बंद करा कर खानदान को बेरोजगारी की आग में तो झोंक ही दिया, साथ ही में बच्चों के स्कूल से उनका नाम कटवा कर उनके मुस्तकबिल भी तारीकी ( अंधेरे) में डाल दिया है।

मामला बाराबंकी की तहसील सिरौली गौसपुर के गांव रामपुर कटरा का है। यहां गांव की पंचायत ने गरीबी रेखा से नीचे ज़िंदगी गुज़ार रहे एक मुस्लिम खानदान का हुक्का-पानी बंद कर सामाजी बायकाट की सजा सुना दी है। सामाजी बायकाट की वजह सिर्फ इतना था कि इस खानदान ने अपनी पुश्तैनी जमीन पंचायत को नही दी।