‘कब्र के लिए तीन फुट जमीन’ वाली विवादास्पद टिप्पणी पर गिरिराज ने माफी मांगी !

पटना: सत्ता के सिंघासन तक पहुंचने के लिए नेता भाषा की मर्यादा को बार-बार तोड़ रहे हैं. चुनाव आयोग ऐसे नेताओं को सबक भी सिखा रही है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘कब्र के लिए तीन फुट जमीन’ वाली विवादास्पद टिप्पणी पर माफी मांग ली है. गिरिराज ने बेगूसराय की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. साथ ही उन्हें जमानत भी मिल गई.

वैसे तो बिहार की लड़ाई सबसे ज्यादा दिलचस्प होती थी लेकिन इस बार पूरे देश की नजरें बेगूसराय पर टिकी हुई हैं. बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी गिरिराज ने 24 अप्रैल को जीडी कॉलेज में एक चुनावी सभा के दौरान विवादास्पद बयान दिया था. जिस वक्त उन्होंने ये बयान दिया था उस वक्त बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे.

गिरिराज सिंह ने कहा था, ‘जो वंदेमातरम नहीं कह सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता… अरे गिरिराज के तो बाबा-दादा रिया सिमघाट में गंगा के किनारे मरे. उसी भूमि पर कब्र भी नहीं बनाया. तुम्हें तो तीन हाथ की जगह भी चाहिए. अगर तुम नहीं कर पाओगे, तो देश कभी माफ नहीं करेगा.’

गिरिराज सिंह के इस निंदनीय बयान पर बेगूसराय के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राहुल कुमार ने खुद संज्ञान लेते हुए 25 अप्रैल को नगर थाने में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया. गिरिराज के खिलाफ आरपी कानून 1951 की धारा 125 और 123, आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए, 171 सी, 188, 298 और 505 दो के तहत उक्त प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ठाकुर अमन कुमार की अदालत के सामने मंगलवार को आत्मसमर्पण करने पर गिरिराज को 5000 रुपए के दो जमानती बॉन्ड भरने पर जमानत दे दी गई.

बता दें कि बेगूसराय लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान हुआ था. भाजपा ने यहां से गिरिराज सिंह को उम्मीदवार बनाया था और सीपीआई ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को. आरजेडी ने यहां से तनवीर हसन को टिकट दिया था. यहां का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था. कन्हैया कुमार ने भी जीत के लिए खूब दांव-पेंच खेले हैं. अब इस सीट से सांसद बनकर संसद कौन पहुंचता है ये तो 23 मई को ही पता चल पाएगा.