नई दिल्ली, 12 फरवरी: हिंदू दहशतगर्द के मुद्दे पर अपने तेवर ढीले नहीं कर रही बीजेपी के जारिहाना रुख को देखते हुए वज़ीर ए दाखिला सुशील कुमार शिंदे ने ही अपने तेवर ढीले कर लिए हैं।
जयपुर चिंतन शिविर के दौरान हिंदू दहशतगर्द के मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोलने वाले शिंदे अब कह रहे है कि कभी-कभी गलती से मुंह से बातें निकल पड़ती है। जयुपर में शिंदे के बयान के बाद कांग्रेस ने भी ऐसा ही कहा था कि गलती से उनकी जुबान फिसल गई होगी।
अब खुद शिंदे ने यह कुबूल कर लिया है कि वह गलती से हिंदू दहशतगर्द की बात कह गए थे। पीर के दिनशिंदे ने कहा कि दहशतगर्द का कोई रंग नहीं होता। अब बीजेपी उन्हें काला पर्चम दिखाना चाहती है तो दिखाए। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने बीजेपी के मुखालिफत को कम करने के लिए ही अफजल की फांसी का फैसला किया तो उन्होंने सफाई दी कि मेरे बयान का अफजल की फांसी से कोई लिंक नहीं है।