भाजपा सरकार द्वारा नवंबर में लिया गया नोटबंदी का फैलसा भारत की जनता के लिए कितना नफ़े नुकसान का सौदा साबित हुआ है इसका आकलन यूपी के विधानसभा चुनाव के परिणाम में देखने को मिलेगा, इसलिए यूपी के विधानसभा चुनाव इंतज़ार ना केवल जनता बेसब्री से कर रही है बल्कि देश की सभी राजनीतिक पार्टियों में भी इस चुनाव को लेकर बेसब्री का अंदाज़ा लगाया जा रहा है. ऐसे में चुनाव आयोग से मिले संकेत को माना जाये तो यूपी में कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है.
भारत के उपचुनाव आयुक्त विजय देव ने अफसरों को विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के लिए अधिसूचना कभी भी जारी हो सकती है। देव ने अफसरों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है।
सोमवार को मंडलायुक्त सभागार में वाराणसी, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल के अफसरों के साथ बैठक कर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। सूत्रों की मानें तो इसी महीने अधिसूचना जारी होगी और फरवरी में चुनाव कराए जाएंगे। देव ने निर्देशित किया कि अधिसूचना जारी होने के 24 घंटे के अंदर शहर में लगे प्रत्याशियों के बैनर पोस्टर उतर जाने चाहिए। साथ ही चुनाव में व्यवधान पैदा करने वालों को चिह्नित कर व्यापक पैमाने पर कार्रवाई का निर्देश दिया।
मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ ही मतदान केंद्रों पर पूरी व्यवस्था करा ली जानी चाहिए। दिव्यांग मतदाताओं के लिये मतदान केंद्रों पर रैंप एवं व्हील चेयर आदि की व्यवस्था सहित सभी मतदान केंद्र पर पानी, बिजली, फर्नीचर, सफाई आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। राजनीतिक दलों को वाहन एवं रैली आदि की अनुमति के लिए जिलों में सिंगल विडो सिस्टम लागू करने का भी निर्देश दिया।