कभी सर्वे में बताया गया झारखंड का सबसे गंदा गांव, आज आदिवासियों ने बना दिया जन्नत

झारखंड:  एक सर्वे के दौरान झारखंड के सबसे गंदे बताए गए गावों को आज वहां के आदिवासियों ने इतने साफ़ सुथरे गाँव में तब्दील कर दिया है कि यकीन मानना मुश्किल है की इन्ही गावों के नाम एक वक़्त में झारखंड के सबसे गंदे इलाकों में लिया गया है। दरअसल यहाँ मनाये जाने वाले एक पर्व मौके पर आदिवासीयों ने गाँव को जन्नत बना दिया है।

झारखंड के जमशेदपुर और सराईकेला-खरसांवा से सटे गावों में सोहराय की तैयारियां खूब जोरो-शोरों से की जा रही हैं। फेसबुक लाइव के जरिए लोगों को इस मौके की बधाई देते हुए झारखंण के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमारे आदिवासी भाई बंधुओं ने ऐसा करके एक मिसाल दी है।

ऐसे में लगता है कि यह गांव प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को चुपचाप पूरा कर रहा है। पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा का कहना है कि इस पर्व ने सामाजिक समरसता को सदियों से बनाए रखा है और हमें इस सामाजिक परंपरा को हरहाल में कायम रखना चाहिए।