हैदराबाद 15 दिसंबर:शहर-ओ-नवाही इलाक़ों से पुरासरार तौर पर लापता कमसिन बच्चे कहीं फ़रोख़त तो नहीं हो रहे हैं ? चूँकि साइबराबाद पुलिस की एक कार्रवाई में हैरत-अंगेज़ नताइज सामने आए ताहम इस वाक़िये ने जहां एक तरफ़ बड़े रैकेट-ओ-साज़िश की तरफ़ इशारा भी किया तो दूसरी तरफ़ पुलिस की दिलचस्पी और ग़रीब खास्कर सल्लम इलाक़ों से हासिल शिकायतों पर उनकी संजीदगी को भी अयाँ कर दिया।
कमसिन की गुमशुदगी के तक़रीबन एक माह तक भी पुलिस ने अग़वा का मुक़द्दमा दर्ज नहीं किया बल्कि गुमशुदगी का ही मुक़द्दमा दर्ज करते हुए इज़हार लाताल्लुक़ी से काम ले रही थी और अब एक माह बाद बच्चे को अग़वा कुनुन्दगान के चंगुल से आज़ाद करवाने के बाद पुलिस इस कार्रवाई को कारनामा तसव्वुर कर रही है।
आख़िर पुलिस को 20 ता 25 दिन गुज़रने के बाद कमसिन ज़िया उल रहमान की गुमशुदगी पर अग़वा का एहसास किस तरह हुवा पुलिस ने कार्रवाई क्युं अंजाम दी ?। बिलआख़िर पुलिस कुकटपल्ली ने 5 अफ़राद को गिरफ़्तार कर लिया ताहम एक मफ़रूर बताया गया है।
इस ख़सूस में माधापूर डी सी पी ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान 5 अफ़राद को मीडीया के रूबरू पेश किया और केस की तफ़सीलात बताई ।पुलिस ने 24 साल प्रमोद कुमार 19 साला रामा कृष्णा 23 साला दुर्गा प्रसाद 32 साला बी राजू 25 साला जनार्धन को गिरफ़्तार कर लिया जबकि गणेश मफ़रूर बताया गया है।
ज़िया उल रहमान का 13 नवंबर के दिन बोराबंडा इलाके से अग़वा हुवा था इस बच्चे को 50 हज़ार रुपये में फ़रोख़त भी कर दिया गया था उनके वालिद ने 14 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज की थी ताहम पुलिस ने गुमशुदगी का मुक़द्दमा दर्ज करते हुए तहक़ीक़ात में मसरूफ़ थी तब तक दो साला कमसिन ज़िया उल रहमान के ताल्लुक़ से किसी भी किस्म का कोई सुराग़ नहीं मिल पाया था अचानक 11 दिसंबर को ज़िया उल रहमान के मामूं के फ़ोन पर एस एम एस आया जिसमें दो लाख रुपये का मुतालिबा किया और ज़िया उल रहमान को छोड़ने की शर्त रखी गई।
फ़ौरी तौर पर पुलिस कुकटपल्ली ने 12 दिसंबर से कार्रवाई करते हुए 13 दिसंबर को बेगमपेट रेलवे स्टेशन के क़रीब दो अफ़राद को गिरफ़्तार कर लिया। जिन्हों ने ना सिर्फ दो साला ज़िया उल रहमान का अग़वा किया था बल्कि इस कमसिन को 50 हज़ार रुपये में फ़रोख़त भी कर दिया था।
इन दोनों से अपने तौर पर पूछताछ के दौरान हासिल इत्तेलाआत की बुनियाद पर पुलिस ने मशरिक़ी गोदावरी रियासत आंध्र प्रदेश के 13 अफ़राद को गिरफ़्तार किया और दो साला कमसिन ज़िया उल रहमान को सही सलामत उनके वालिदैन के हवाले कर दिया।