समाजवादी पार्टी ने आज वज़ाहत करते हुए कहा कि कमाल फ़ारूक़ी को पार्टी से ख़ारिज कर दिया गया है और टी वी चानल्स से अपील की कि मुख़्तलिफ़ मुबाहिसों में उन्हें (कमाल) मदऊ करते वक़्त पार्टी का हवाला ना दिया जाये।
समाजवादी पार्टी के क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी राम गोपाल यादव ने एक प्रैस रीलीज़ में कहा कि कमाल फ़ारूक़ी को पार्टी से ख़ारिज हुए काफ़ी अर्सा गुज़र चुका है लेकिन वो आज भी टी वी मुबाहिसों में पार्टी की नुमाइंदगी करते नज़र आरहे हैं लिहाज़ा चानल्स जब जब कमाल फ़ारूक़ी को मदऊ करें तो वो समाजवादी पार्टी का हवाला ना दें।
यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि कमाल फ़ारूक़ी पार्टी के सेक्रेटरी की हैसियत से अपने फ़राइज़ अंजाम दे रहे थे लेकिन उन्हें 5 दिसम्बर को पार्टी की नुमाइंदगी से उस वक़्त ख़ारिज कर दिया गया जब उन्होंने इंडियन मुजाहिदीन के मुआविन बानी यासीन भटकल के बारे में मुतनाज़ा रिमार्कस किए थे।
उन्होंने कहा था कि भटकल को शायद इस लिए गिरफ़्तार किया गया है कि वो एक मुसल्मान है हालाँकि कमाल फ़ारूक़ी ने बाद में अपने रिमार्क पर माज़रत ख़्वाही करली थी और कहा था कि उनके रिमार्क को ग़लत तनाज़ुर में लिया गया। दूसरी तरफ़ कांग्रेस और बी जे पी ने भी कमाल फ़ारूक़ी के रिमार्क पर उन की ज़बर्दस्त मुज़म्मत की थी।