भागलपुर 25 अप्रैल : आबरू रेज़ी जुर्म का मुल्ज़िम फिरोज के गिरफ्तार होने के बाद मंगल की देर रात करीब एक बजे पुलिस ने मुलजिम की खाला तबस्सुम को घर पहुंचा दिया। तबस्सुम के घर पहुंचने पर अहले खाना और हुसैनाबाद के लोगों ने राहत की सांस ली है। दो दिन पुलिस की हिरासत में रही बीबी तबस्सुम बताती है कि दो दिन और दो रात कयामत से कम नहीं थी।
खाना व पानी पीने का होश नहीं था। सिर्फ यही ख्याल मन में आ रहा था कि किसी तरह फिरोज पकड़ा जाये और मुताशिर खानदान को इंसाफ मिले इसकी वह अल्लाह से दुआ मांग रही थी। उसने बताया कि इतवार को एमपी पुलिस ने उसे हुसैनाबाद घर से पूछताछ के लिए उठायी और अमरपुर थाना ले गयी। एमपी पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की।
लगातार दो दिन और दो रात तक पुलिस घंटों पूछताछ करती रही। फिरोज के गिरफ्तार नहीं होने पर खानदान के सभी लोगों को जेल में बंद करने की धमकी दी जा रही थी। शौहर मो सलाहउद्दीन ने बताया कि बीवी के पकड़े जाने के बाद उनका दिमाग काम करना बंद कर दिया था। पुलिस के डर से वे भागे-भागे फिर रहे थे और फिरोज को कोस रहे थे कि हमारे घर क्यों आया। रब से दुआ मांग रहे थे कि कुकर्म करने वाले फिरोज को पुलिस जल्द पकड़ ले।
मुलजिम की मौसेरी बहन बबली और लवली ने बताया कि ऐसे लोगों को फांसी मिलनी चाहिए। इसके चलते दो दिनों से घर में खाना नहीं बना। पानी का एक बूंद भी हल्क के नीचे नहीं उतर रहे थे। मानों दो दिन दो सौ साल के बराबर हो गया था। दोनों बहनों ने फिरोज को मौत की सजा देने की मुतालबा की है।