मोदी ने खुलासा किया कि जब करगिल में गोलियां चल रह रही थीं तब वह करगिल में ही रूके थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने करगिल में बम भी देखे और कामयाबी का जश्न भी |
नरेंद्र मोदी करगिल पहुंचे तो उन्होंने इजलास में उस वक्त को याद किया जब 1999 में करगिल आए थे | मई 1999 में करगिल में पाकिस्तानी फौजियों ने हिंदुस्तान में घुसपैठ करते हुए अहम स्ट्रेटेजिक चोटियों पर कब्जा कर लिया था | इसके बाद हिंदुस्तान ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान को शिकस्त दी |
हाजी गुलाम मोहम्मद आजकल करगिल में बीजेपी के जिला सदर हैं | 1999 में करगिल में इन्हीं के घर पर नरेंद्र मोदी रूके थे | इस खानदान की मोदी से जुड़ी यादें अब भी ताजा हैं. हालांकि उस वक्त उन्हें ये नहीं मालूम था कि नरेंद्र मोदी आखिर हैं कौन?
साल 1999 में नरेंद्र मोदी बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी हुआ करते थे | उस दौरान उन्हें जम्मू कश्मीर का चार्ज भी मिला था और इसी नाते वो करगिल पहुंचे थे | मोदी खुद ही करगिल नहीं गए बल्कि बीजेपी के कारकुनों को भी करगिल के लिए रवाना किया था और साथ ही जमीन पर रहकर काम करने की हिदायत दिये थें |.
करगिल में दो महीने से ज्यादा जंग चली | ये साफ नहीं है कि करगिल में मोदी कितने दिन रूके या कितनी बार आए | हाजी गुलाम मोहम्मद के मुताबिक मोदी एक दिन रूक कर द्रास के लिए निकल गए थे | पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि उन्होंने टाइगर हिल्स पर कब्जे के लिए शुरू हुए ऑपरेशन विजय की कामयाबी का जश्न भी देखा है.
नरेंद्र मोदी की बेवसाइट पर साल 2012 में ही ऑपरेशन विजय के जश्न में शरीक होने की तस्वीरें डाली गई थीं | इन तस्वीरों में फौजियों के साथ तस्वीर खिंचवाते नजर आ रहे हैं नरेंद्र मोदी. एक तस्वीर में एक ज़ख्मी को देखते हुए भी नजर आ रहे हैं | एक तस्वीर में ऐसा लगता है कि जैसे मोदी किसी हैलीपेड पर खड़े हैं. उसी दौरान मोदी ने करगिल को लेकर कांग्रेस की सियासत पर तीखी तब्सिरे किये थें |