करप्ट अफसरों को घूस देकर फंसाओ : सीएम

रांची : धनबाद, हरिना के रामपद कुम्हार की शिकायत थी कि उनकी जमीन की मापी करने के लिए अमीन  दस हजार रुपये  रिश्वत मांगता है. इस पर श्री दास ने कहा, ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को रंगेहाथों पकड़वाओ. रुपया देकर फंसाओ. घूस देने के लिए रुपये नहीं हैं, तो मुझसे ले जाओ. मगर उनको पकड़वाओ. मुख्यमंत्री ने धनबाद के उपायुक्त को जमीन की मापी करा कर विवाद निपटाने के लिए तीन दिनों का समय दिया है. 
 
सीएम ने 18 मामले सुने : जनसंवाद में आये  18 मामलों को मुख्यमंत्री ने सुना और उनके निपटारे के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये  आदेश दिया. अफसरों की कार्यप्रणाली पर उन्होंने नाराजगी भी जतायी. मुख्यमंत्री ने हजारीबाग के एसपी अखिलेश झा को शिकायतकर्ता का मामला याद नहीं रखने पर हैरानी व्यक्त की. मामला चतरा के उमेश सिंह से जुड़ा है.  उमेश सिंह ने कहा कि टीपीसीवालों ने उसकी पिटाई की और  40,000 रुपये लेवी मांगा.  

उसने बताया कि वह टीपीसी को 30 हजार रुपये लेवी दे  चुका है. उसने कहा कि दो बार वह हजारीबाग एसपी से मिला और आपबीती बतायी. इसके बाद भी एसपी ने कोई सहयोग नहीं किया.  इस पर मुख्यमंत्री ने हजारीबाग एसपी अखिलेश झा से इस संबंध में पूछा. श्री झा ने मामला याद नहीं रहने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा, क्या आप इतने व्यस्त हैं कि दो बार मदद मांगने के लिए आ चुके फरियादी की बात सुनने का आपके पास समय नहीं है. श्री दास ने एसपी को इस मामले में शीघ्र उमेश कुमार को सहयोग कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिये. 

पूर्वी सिंहभूम के नलधुआ गांव के सुनील नाथ की शिकायत पर प्रतिक्रिया जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गबन और गड़बड़ी करनेवाला पंचायत प्रतिनिधि हो या मुख्यमंत्री, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. सुनील नाथ ने मुखिया संध्या नायक और रोजगार सेवक खालकु हेंब्रम पर मनरेगा योजना में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था. उपायुक्त ने मामला सही बताते हुए पंचायत सेवक को निलंबित करने की बात बतायी. इस पर मुख्यमंत्री ने मुखिया पर की गयी कार्रवाई के बारे में पूछा. कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू नहीं होने पर सीएम ने नाराजगी जताते हुए वित्तीय अनियमितता के मामले में कड़े कदम उठाने का  निर्देश अफसरों को दिया.