करप्शन के मौज़ू पर क़ायम करदा मजलिस वुज़रा ने अपनी रिपोट को क़तईयत देदी है और ये रिपोट जल्द ही हुकूमत को पेश करदी जाएगी। मर्कज़ी वज़ीर वी नारायण स्वामी ने सी आई आई की एक तक़रीब के मौक़े पर जिसका मौज़ू हुक्मरानी :अख़लाक़ी क़ियादत ,यकजहती और शफ़्फ़ाफ़ियत था।
अलहदा तौर पर एक प्रैस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि जहां तक करप्शन का ताल्लुक़ है इस से यक़ीनन तरक़्क़ीयाती प्रोग्राम और हुकूमत मुतास्सिर होती है। उसको कुचलने केलिए हुकूमत कई इक़दामात कररही है। उन्होंने कहा कि हुकूमत इस मक़सद की तकमील के लिए कई इक़दामात कररही है इसका इंतेज़ामीया खुला और शफ़्फ़ाफ़ है। किए हुए इक़दामात में से चंद पर अमल आवरी की जा चुकी है और दीगर चंद पर अनक़रीब अमल आवरी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हुकूमत कई निज़ामों की निगरानी कर रही है। हिन्दुस्तान ने कई इक़दामात किए हैं। जिन में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के कनवेनशन ,मुख़ालिफ़ करप्शन में शिरकत और कई क़वानीन की मंज़ूरी शामिल हैं जो करप्शन को कुचलने के मक़सद से मंज़ूर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ई हुक्मरानी प्रोग्राम के ज़रीये हर चीज़ वेबसाइट पर शाय की जाएगी।
अवाम की उन तक रसाई होगी चुनांचे हर शख़्स जब भी उसे शुबा पैदा हो निज़ाम के बारे में हो ,वो सवाल कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि ई हुक्मरानी प्रोग्राम मूसिर अंदाज़ में जारी रहे लेकिन सिर्फ़ मर्कज़ी हुकूमत की सतह पर ही नहीं बल्कि रियासतों की सतह पर भी इसे जारी रहना चाहिए।
वी नारायण स्वामी ने ये भी कहा कि इंसिदाद करप्शन बिल में तरमीमात पर पार्लियामेंट में बेहस की जाएगी। ज़राए इबलाग़ के किरदार के बारे में उन्होंने कहा कि ज़राए इबलाग़ को अपने क़वाइद का ख़ुद ताय्युन करने का मश्वरा दिया गया है लेकिन इस पर सख़्ती से अमल नहीं किया गया। उन्होंने ये भी कहा कि अख़लाक़ी क़ियादत ,यकजहती और निज़ाम में शफ़्फ़ाफ़ियत केलिए ख़ुद एहतिसाबी की सख़्त ज़रूरी है।