करप्शन के ख़िलाफ़ बी जे पी की लड़ाई सिर्फ‌ एक दिखावा

सदर कांग्रेस सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश मेन्स बी जे पी हुकूमत पर सख़तत तन्क़ीद करते हुए कांग्रेस की चुनाव‌ मुहिम का शुरु किया । उन्हों ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो मर्कज़ी हुकूमत की स्किमात गरीबों तक पहूँचाने केलिए किसी तरह के इक़दामात नहीं कर रही है ।

यहां एक रैली से ख़िताब करते हुए उन्हों ने कहा कि रियासत को 10 करोड़ रुपय तक के मर्कज़ी फ़ंडज़ जारी किए गए थे लेकिन इन को हुकूमत ने इस्तेमाल नहीं किया और ये रक़म वापिस करनी पड़ रही है । रियासती हुकूमत ने कई स्किमात को नज़रअंदाज कर दिया और उन पर अमल आवरी नहीं की गई ।

ये वाज़िह करते हुए कि बी जे पी के क़ौल-ओ-फे़अल में तज़ाद पाया जाता है सोनिया गांधी ने इल्ज़ाम आइद किया कि बी जे पी करप्शन और महंगाई के ख़िलाफ़ लड़ने का महज़ दिखावा कर रही है जबकि हक़ीक़त में एसा कुछ नहीं है । उन्हों ने कहा कि बी जे पी ये इद्दिआ करती है कि वो करप्शन के ख़िलाफ़ कोशिश‌ कर रही है जबकि वो ख़ुद करप्शन में डूबी हुई है ।

करप्शन के ख़िलाफ़ उसकी कोशिश‌ सिर्फ एक दिखावा है । करप्शन के मामले में किसी पर उंगली उठाने के बजाय पार्टी को ख़ुद अपना मुहासिबा करने की ज़रूरत है । सोनिया गांधी ने कहा कि ये श्रम की बात है कि करप्शन निज़ाम हुक्मरानी पर असरअंदाज़ होचुका है और सिर्फ कांग्रेस पार्टी ने क़ानून हक़ इत्तिलाआत नाफ़िज़ करते हुए करप्शन से निमटने की कोशिश की है ।

उन्हों ने सवाल किया कि हक़ मालूमात क़ानून किस ने लागू किया है ? । क्या ये क़ानून बी जे पी ने बनाया है ? । ये क़ानून यू पी ए ने बनाया है ताकि करप्शन से निमटा जा सके । हिमाचल प्रदेश असैंबली केलिए 4 नवंबर को इंतिख़ाबात होने वाले हैं। सोनिया गांधी ने हाल ही में डीज़ल की कीमतों में इज़ाफ़ा की मुदाफ़अत की और कहा कि बैन उल-अक़वामी मार्किट में ख़ाम तेल की कीमतों में इज़ाफ़ा की वजह से एसा ज़रूरी होगया था ।

उन्हों ने ताहम कहा कि कांग्रेस इक़तिदार वाली रियासतों में वयाट में कमी की गई ताकि अवाम पर इस का बोझ कम से कम होसके लेकिन बी जे पी इक़तिदार वाली रियासतों में एसा कुछ नहीं किया गया । सोनिया गांधी ने कहा कहियो पी ए ने लोक सभा में लोक पाल बिल को मंज़ूरी दिलाते हुए करप्शन के ख़ातमे की कोशिश की है जबकि इस बिल को बी जे पी ने राज्य सभा में मंज़ूरी से रोक दिया है ।

बी जे पी करप्शन के ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि वो कांग्रेस मुख़ालिफ़ है । एशयाए ज़रुरीया की कीमतों में इज़ाफ़ा के तलाक से सदर कांग्रेस ने कहा कि ये महंगाई हालाँकि इंतिहाई तशवीश की बात है लेकिन हिंदूस्तान आलमी रुजहानात से अपने आप को महफ़ूज़ नहीं रख सकता ।

मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में रास्त बैरूनी सरमायाकारी की मुख़ालिफ़त करने पर उन्हों ने हिमाचल हुकूमत को तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि इस से किसानों को फ़ायदा होगा जिन की एशिया किसी दरमियानी आदमी के बगैर मार्किट में आएंगी । ये वाज़िह करते हुए कि रीटेल में एफ डी आई की इजाज़त देना या ना देना रियासतों का इख़तियार है

सोनिया गांधी ने कहा कि एसा करना किसानों और सारफ़ीन दोनों के हक़ में है । सारफ़ीन को ये अशिया वाजिबी कीमतों पर दस्तयाब होंगी । उन्हों ने बताया कि हुकूमत ने मुसल्लह अफ़्वाज केलिए एक ओहदा एक तनख़्वाह के उसूल को क़बूल करलिया है और साबिक़ फौजियों के वज़ीफे में भी इज़ाफ़ा किया गया है । आंगन वाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के मुआवज़ा को दोगुना रक दिया गया है जबकि किसानों के क़र्ज़ माफ़ कर दिए गए हैं।

यू पी ए ने क़ौमी ज़मानत रोज़गार स्कीम के तहत देही अवाम को रोज़गार फ़राहम किया । 6 ता 14 साल उम्र के बच्चों को हक़ तालीम क़ानून के तहत लाज़िमा तालीम फ़राहम की जा रही है और सेल्फ हेल्प ग्रुपस के ज़रीये और्तो की मदद की जा रही है ।