करप्शन पर वज़ीर-ए-आज़म बी जे पी की तन्क़ीद का निशाना

बी जे पी ने आज वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को करप्शन के मसला पर तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि वो कोयला के ब्लाक्स मुख़तस करने और देवास इंटर केस सौदे में मुबय्यना बे क़ाईदगियों की ज़िम्मेदारी से गुरेज़ नहीं कर सकते। राज्य सभा में सदर जमहूरीया के ख़िताब पर तहरीक तशक्कुर के सिलसिला में मुबाहिस का अहया करते हुए बी जे पी के प्रकाश जोह देकर ने कहा कि 2G स्क़ाम से बड़ा करप्शन 143 कोयला ब्लाक्स मुख़तस करने के मुआमला में हुआ है क्योंकि ये ब्लाक्स मयारों की मौजूदगी के बावजूद किसी नीलाम के बगै़र ख़ानगी कंपनीयों को दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि 143 कोयला के ब्लॉक्स में से सिर्फ 26 में काम का आग़ाज़ हुआ है।

उन्होंने कहा कि अब वज़ीर-ए-आज़म ये नहीं कह सकते कि उन्हें इसका कोई इल्म नहीं है क्योंकि वो ख़ुद उस वक़्त वज़ीर कोयला थे।
उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा स्कैंडल है और बी जे पी पहले ही सी वि सी और सी ए जी से रुजू होकर मुतालिबा कर चुकी है कि इस मसला की गहराई से तहक़ीक़ात की जाए। जोह देकर ने देवास इंटर केस सौदे पर भी हुकूमत पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि हुकूमत ये कैसे कह सकती है कि मुआहिदा का टेंडर मंसूख़ करने के बाद कोई स्कैंडल पैदा नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि अगर ये ग़लत था तो आपने उसे मंसूख़ क्यों किया। आप ये कैसे कह सकते हैं कि वज़ीर-ए-आज़म और वज़ीर-ए-आज़म का दफ़्तर इस के बारे में नहीं जानता था। इस वक़्त के वज़ीर-ए-ममलकत बराए दफ़्तर वज़ीर-ए-आज़म मुताल्लिक़ा इजलासों में शिरकत किया करते थे। साईंसदानों को दफ़्तर वज़ीर-ए-आज़म की ग़लती की सज़ा-ए-क्यों दी गई।