नई दिल्ली : राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अपने इतने लंबे राजनीतिक करियर में मैंने संसद का इस तरह अपमान करने वाला प्रधानमन्त्री नहीं देखा |
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक़ मंगलवार (29 नवंबर) को आजाद ने कहा कि वह सदन के बाहर लगातार बात करते हैं लेकिन सदन में आकर नहीं बोलते हैं । ये बेहद हैरान करने वाली बात है | उन्होंने कहा कि मैं चार बार केंद्र मंत्री रहा हूँ | मैंने अपने राजनीतिक करियर में 11 प्रधानमंत्रियों को देखा और उनके साथ काम किया| लेकिन संसद का इस तरह अपमान करने वाला प्रधानमन्त्री नहीं देखा |
आजाद ने कहा कि पहले के प्रधानमंत्री संसद की कार्यवाही में शामिल होते थे | चाहे कोई घंटो बाद आये या फ़िर अगले दिन | लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्ष कई दिन से बुला रहा है वे सदन में नहीं आ रहे हैं | इससे ता चलता है कि वह संसद में आना ही नहीं चाहते | उन्होंने कहा कि ये रवैया ठीक नहीं है |
केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में संसोधित इनकम टैक्स बिल पास करवाया गया है| सरकार अघोषित नकदी पर नए बिल के जरिए ज्यादा जुर्माना और टैक्स लगाएगी | 30 दिसंबर तक अघोषित पुराने नोटों में नकदी बारे में स्वेच्छा से घोषणा पर 50 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया गया है। कर अधिकारियों द्वारा पता लगाने पर अघोषित संपत्ति पर उच्चतम 85 प्रतिशत तक कर लगाया जा सकता है।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी 8 नवंबर को आए नोटबंदी फ़ैसले के बाद से इसके विरोध में है। पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ को ‘कालाधन धारक कल्याण योजना’ कहा था| वहीं कालेधन पर बने नए कानून को कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने ‘क्रेकजैक और 50-50’ करार दिया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने बड़ी मात्रा में काला धन छिपा रखा है सरकार ने उन लोगों को 50 प्रतिशत काला धन ले जाने का मौका दिया है |