करीमनगर के बेवाओं और माज़ूरें में वज़ाइफ़ की तक़सीम

हाफ़िज़ अबदुलहकीम की इत्तेला के बमूजब हर माह की तरह इस माह भी 5 फ़रव‌री जुमेरात को दफ़्तर सफ़ा बैत-उल-माल शाख़ करीमनगर पर बाद नमाज़ अस्र 80 बीवगान-ओ-माज़ूरिन में फी कस 400/‍रुपये के हिसाब से जुमला 32 हज़ार रुपये तक़सीम किए गए।

इस मौके पर हामिद अली ( एम एम बिल्डर्स ) मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत से शरीक थे। मेहमान मुकर्रम ने सफ़ा की इन ख़िदमात को सराहा और वज़ीफे याफ़तगान को मुख़ातिब करते हुए कहा कि इस्लामी तालीमात की पाबंदी करें क्युंकि तमाम मसाइल के हल करने वाले अल्लाह है। इस मामूली रक़म से तमाम मसाइल हल नहीं होते बल्कि अल्लाह की रजामंदी से हल होते हैं और वो इस्लाम पर चले बगै़र मुम्किन नहीं नीज़ इस मौके पर सदर सफ़ा शाख़ करीमनगर मुहम्मद काज़िम अलहसनी और दुसरे अराकीन सफ़ा मौजूद थे