तेलंगाना के ज़िला करीमनगर में एक नई दहश्तगर्द तंज़ीम इस्लामी ममलकत इराक़-ओ-शाम (दाअश) की तरफ से मुक़ामी बेरोज़गार नौजवानों को शमूलीयत की तरग़ीब देते हुए खु़फ़ीया सेल के क़ियाम की कोशिशों का इन्किशाफ़ हुआ है।
जिस के बाद रियासती पुलिस इंटेलिजेंस सेल को मुस्तहकम बनादिया है। पुलिस ने दावा किया हैके बंगलादेश के चंद तख़रीब कारों की गिरफ़्तारी और उन से पूछगिछ के दौरान करीमनगर में बेरोज़गार नौजवानों को दाअश में भर्ती करने और खु़फ़ीया सेल के क़ियाम के लिए तरग़ीब देने का इन्किशाफ़ हुआ था।
दहश्तगर्द ग्रुपों के लिए काम करने वाले मुश्तबा अफ़राद की नक़ल-ओ-हरकत पर नज़र रखने के लिए पुलिस ने 10 साल पहले करीमनगर के जगत्याल, गोदावरी खानी, हुज़ूराबाद, मिटपली, कोरटला और सिरिसिल्ला में काउंटर इंटेलिजेंस सेल क़ायम किया था।
जिस में मुतय्यन स्टाफ़ को दहश्तगर्द तंज़ीमों के खु़फ़ीया सेल की नक़ल-ओ-हरकत के बारे में मालूमात फ़राहम करने की ज़िम्मेदारी दी गई थी लेकिन दुसरे सरकारी ज़िम्मेदारीयों के सबब काउंटर इंटेलिजेंस सेल से वाबस्ता अमला इस काम पर पूरी तवज्जा मर्कूज़ नहीं करसका था।
ताहम बंगलादेश से ताल्लुक़ रखने वाले चार तख़रीब कारों की हाल में गिरफ़्तारी और पूछगिछ के दौरान उनके इन्किशाफ़ात पर मबनी इत्तेलाआत से पता चला के मशरिक़ वुसता में सरगर्म दहश्तगर्द तंज़ीम दाअश मुबय्यना तौर पर ज़िला करीमनगर के बेरोज़गार नौजवानों को भर्ती और खु़फ़ीया सेल के क़ियाम के लिए तरग़ीब दे रही है।
करीमनगर में दाअश के खु़फ़ीया सेल के लिए ताहाल 20 नौजवानों की भर्ती की इत्तेलाआत भी हैं। दाअश का मक़सद इस्लामी ममलकत क़ायम करना और उस को वुसअत देना है। गिरफ़्तार शूदा बंगलादेशी तख़रीब कारों के इन्किशाफ़ात की बुनियाद पर करीमनगर की ज़िला पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस सेल को मुस्तहकम बनाने का फ़ैसला किया है जिस के बाद इस शोबे से वाबस्ता पुलिस आफ़िसरान इस ज़िला में मुश्तबा इंतहापसंदों की नक़ल-ओ-हरकत पर सख़्त निगरानी का आग़ाज़ कर दिया है।