करीमनगर में 42हज़ार मुलाज़मीन तनख़्वाहों से महरूम

करीमनगर।8 अक्टूबर, ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) हड़ताल में जो शरीक नहीं हैं और हड़ताल से क़बल 12दिन काम के दिनों की तनख़्वाह यक्म अक्टूबर को अदा की जाएगी। इस सिलसिला में चीफ़ मिनिस्टर ने जो ऐलान किया था इस पर अमल नहीं होपाया है, लाज़िमी ख़िदमात में शामिल पुलिस, डॉक्टर्स, दवाख़ाना का अमला, ट्रांस्को मुलाज़मीन के मासिवा ज़िला में मुख़्तलिफ़ शोबा जात में ख़िदमात अंजाम दे रहे मुलाज़मीन, टीचर्स में से किसी एक को भी तनख़्वाह नहीं मिली है। तिलंगाना रियासत के हुसूल के लिए गुज़श्ता माह की 13तारीख़ से हड़ताल में शामिल सरकारी मुलाज़मीन, टीचर्स, आर टी सी, सिंगारीनी मज़दूरों की हड़ताल जारी है। अब इस में परोहबीशन, एकसाईज़ मह्कमाजात के मुलाज़मीन भी हड़ताल में शामिल होजाने का ऐलान कररहे हैं। आर टी सी सिंगारीनी मुलाज़मीन को छोड़कर टीचर्स और दीगर सरकारी मुलाज़मीन की 56641 तादाद है। ज़िला रीवैन्यू की तरफ़ से दी गई इत्तिला के मुताबिक़ इस में से 6442 मुलाज़मीन की तनख़्वाहों को उन के अकाॶनट में जमा करदिया गया है। ओहदेदारों के हिसाब के मुताबिक़ 42 हज़ार मुलाज़मीन तनख़्वाहों से महरूम हैं। दरहक़ीक़त लाज़िमी ख़िदमात के शोबा के तहत मैडीकल अमले की तनख़्वाहें अदा की जाने की बात ओहदेदार वाक़िफ़ करवा रहे हैं तो कुछ मुक़ामात पर रज़ाकाराना तौर पर मुलाज़मीन ने तनख़्वाहें हासिल नहीं की हैं और हड़ताल में रहते हुए तनख़्वाहें किस तरह ली जाएं ये कहते हुए पै स्लिप फाड़ कर फेंक दिए हैं। यक्म सपटमबर ता 12 सपटमबर डयूटी अंजाम देने के बाद हड़ताल में शामिल होने वाले मुलाज़मीन को 12दिन की तनख़्वाह नहीं मिली ही। तनख़्वाहों के बल पर दस्तख़त करते हुए मंज़ूरी की महर लगाने वाले मुताल्लिक़ा शोबा से ताल्लुक़ रखने वाले भी हड़ताल में शामिल हैं। इस वजह से बुल्स रुके हुए हैं। ज़िला कुलैक्टर सुमीता सभरवाल, जवाइंट कुलैक्टर, डी आर ओ, परोहबीशनरी मुलाज़मीन ने तनख़्वाहें हासिल करली हैं। ज़िला भर में पुलिस, एन्टुली जिन्स, ए सी बी, महिकमा जंगलात, महिकमा जेल, वीजलनस, अदालत, महिकमा आबपाशी, देही आ बरसानी, रीवैन्यू, म्यूनसिंपल, मैडीकल ऐंड हीलत, प्लानिंग वग़ैरा वग़ैरा शोबा जात से मुताल्लिक़ा मुलाज़मीन की 11 करोड़ 58लाख रुपय तनख़्वाह की इजराई अमल में लाई गई है और 138.90 करोड़ रुपय खज़ाने में ही जमा हैं कहा जा रहा है।