बैंगलूर, 27 अप्रैल: अब जबकि कर्नाटक में असेम्बली इंतिख़ाबात 5 मई को मुनाक़िद शुदणी हैं वहीं इंतिख़ाबी चुनाव में शिद्दत पैदा होगई है और उम्मीदवार चुनाव को दिलचस्प और पुरकशिश बनाने कोई कसर उठा नहीं रख रहे। उम्मीदवारों की बीवियां या शौहर भी अब चुनाव में हिस्सा लेते हुए इस कोशिश में हैं कि उन्की औरतों को किसी भी तरह कामयाबी हासिल हो। वज़ीरे आला जगदीश शीटर की बीवी शिलपा शीटर हुबली की सड़कों पर सख़्त धूप झेल रही हैं ताकि उन के शौहर को लगातार पांचवीं बार कामयाबी मिल सके।
शिलपा शीटर का कहना है कि अवाम को क़ाइल करना ही सब से बड़ी ख़ूबी है। अवाम को अगर ये यक़ीन दिलाया जाये कि इन का मुस्तक़बिल ताबनाक होगा तो समझ लीजिए कि इंतिख़ाबी चुनाव में हिस्सा लेना बार आवर साबित हुआ। हुबली शहर की ये ख़ुसूसियत है कि वहां ख़वातीन मर्दों के साथ बातचीत करने में शरमाती और हिचकिचाती हैं, लेकिन शिलपा शीटर अपने हामियों के साथ ख़वातीन के इलावा मर्दों से भी दू बदू बातचीत कर रही हैं।
दूसरी तरफ़ कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा बाईरीगोड़ा की अहलिया मीनाक्षी भी चुनाव में शरीक हो रही हैं, लेकिन इन का कहना है कि वो शदीद धूप में ऐसा नहीं कर सकती। वो चुनाव के लिए ऐसे वक़्त का इंतिख़ाब करती हैं जब मौसम ठंडा होता है। सुबह की पहली किरनों में वो इंतिख़ाबी चुनाव का आग़ाज़ करदेती हैं जिस के बाद बयाटराएन पूरा हलक़ा के दूर दराज़ इलाक़ों का दौरा करते हुए रात दस बजे तक अपनी चुनाव मुहिम चलाती हैं।
उन्होंने अपने इलेक्शन ऑफ़िस का एक कमरा सिर्फ़ चुनाव मुहिम में हिस्सा लेने वालों के लिए अलग कर दिया है। तेज़ धूप के दौरान वो थोड़ा आराम करती हैं। मीनाक्षी ने चुनाव मुहिम में अपने ससुराली रिश्तेदारों के अलावा अपने भाई को भी शामिल कर लिया है जो चुनाव मुहिम और इंतिज़ामी उमूर की देख भाल करते हैं। उन्होंने कुछ ख़ास इलाक़ों की निशानदेही की है जहां वो ख़वातीन नौजवानों और ज़्यादा उम्र वाले वोटर्स से मुलाक़ात करती हैं।