चुनावी राज्य कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि बीजेपी सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और अपने दम पर सरकार बनाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से ही बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की अवहेलना की है। यूपी में डॉक्टर आंबेडकर का नाम बदलने के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी ने बाबा साहब का नाम नहीं बदला है, बल्कि उनका पूरा नाम लिखा है।
शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कि पूरे कर्नाटक के जिस भी हिस्से में हम गए वहां सिद्धारमैया सरकार के प्रति लोगों में नाराजगी दिखाई दी। विकास के सभी पैमानों पर सिद्धारमैया सरकार फेल है। स्वास्थ सेवाएं बदहाल हैं, बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
उन्होंने कांग्रेस पर हमलावर रुख अख्तियार करते हुए कहा कि सोनिया और राहुल की कांग्रेस हिंदुओं को बांटने में जुटी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश के लोगों का ध्यान भटकाने के लिए लिंगायत का मुद्दा उठाया है।
उन्होंने कांग्रेस से सवालिया लहजे में पूछा है कि उसने लिंगायत का मुद्दा क्यों ? कांग्रेस के इस रुख से साफ है कि राहुल गांधी हिंदुओं को बांटने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बार कर्नाटक विधानसभा का चुनाव विकास और हिंदुत्व के नाम पर लड़ेगी। शाह ने कांग्रेस के साथ जेडीएस को घेरते हुए आरोप लगाया कि पर्दे के पीछे दोनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया है। आप जेडीएस को वोट देंगे, तो वह कांग्रेस के खाते में ही गिना जाएगा।
सिद्धारमैया का वक्त होने वाला है समाप्त
इससे पहले भी अमित शाह ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से कहा था कि उनका वक्त समाप्त होने वाला है। शाह ने यह भी कहा कि यदि उन्हें लगता है कि भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं के खिलाफ ङ्क्षहसा कर भगवा विचारधारा को रोका जा सकता है, तो वह गलत हैं। शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) को पुराने मैसूर क्षेत्र से ‘‘अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा’’ लगेगा।