कर्नाटक और त्रिपुरा के गवर्नर्स आज अपने ओहदों से सबकदोश

गवर्नर कर्नाटक एच आर भ्रदवाज और गवर्नर त्रिपुरा देवानंद कंवर आज‌ अपने ओहदों से सबकदोश होजाएंगे जबकि तामिलनाडो और मीजूरम के गवर्नर्स को कर्नाटक और त्रिपुरा के गवर्नर्स के ज़ाइद फ़राइज़ तय‌ किए गए हैं।

77 साला भ्रदवाज जो यूपी ए के दौर-ए-हकूमत में वज़ीर-ए-क़ानून थे, 29 जून 2009 को कर्नाटक के गवर्नर के ओहदा पर फ़ाइज़ हुए थे और तब से अब तक अपने फ़राइज़ बख़ूबी अंजाम दिए। ताहम अब गवर्नर तामिलनाडो के रोशिया कर्नाटक के गवर्नर की ज़ाइद ज़िम्मेदारी निभाऐंगे।

राष्ट्रपति भवन से जारी एक बयान के मुताबिक़ जब तक कर्नाटक के गवर्नर के लिए किसी मुनासिब क़ाइद का तक़र्रुर होने तक के रोशिया ये ज़िम्मेदारी निभाऐंगे। दूसरी तरफ़ 71 साला देवानंद जो आसाम में कांग्रेस के साबिक़ वज़ीर थे, उन्हें पहले 29 जून 2009 में बिहार का गवर्नर बनाया गया जिस का सिलसिला 21 मार्च 2013 तक जारी रहा।

इसके बाद उन्हें त्रिपुरा के गवर्नर का ओहदा दिया गया। मीजूरम के गवर्नर वकोम बी परोशोथमन को त्रिपुरा के गवर्नर की ज़ाइद ज़िम्मेदारी सोपी गई है जबकि गवर्नर मेघालय के के पाल अपनी मौजूदा ज़िम्मेदारी को निभाते हुए नागालैंड के गवर्नर की ज़िम्मेदारी भी निभाऐंगे।

इस तरह अब मुल्क में पाँच राज भवन ऐसे हैं जहां गवर्नर्स के ओहदे खाली हैं। मर्कज़ी हुकूमत के दबाव‌ के तहत गवर्नर उत्तरप्रदेश बी एल जोशी, गवर्नर छत्तीसगढ़ शेखर दत्त और गवर्नर नागालैंड अश्वनी कुमार ने अपने ओहदों से इस्तीफ़ा दे दिया था। ज़राए ने बताया कि मर्कज़ी हुकूमत बी जे पी के सीनियर क़ाइदीन को गवर्नर्स के ओहदों पर फ़ाइज़ करने ग़ौर-ओ-ख़ौज़ कररही है। मज़ीद दो गवर्नर्स एम के नारायण (मग़रिबी बंगाल) और बीवी वनचो (गोवा) में जल्द ही अपने इस्तीफ़े पेश करेंगे।