बैंगलोर, 02 जनवरी: ( पी टी आई) कर्नाटक जनता पार्टी (KJP) सरबराह बी एस येदि यूरप्पा ने रियासत की बी जे पी हुकूमत के लिए कांटों की राह हनूज़ हमवार नहीं की है और अब उन्होंने वज़ीर-ए-आला जगदीश शेटर के ज़रीया पहला बजट पेश किए जाने पर शक-ओ-शुबहात का इज़हार किया है ।
अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो ये बात वसूक़ से नहीं कह सकते कि आया जगदीश शेटर जारीया साल का बजट पेश कर सकेंगे ? । याद रहे कि यदि यूरप्पा कर्नाटक असेंबली को तहलील किए जाने का मुतालिबा कर रहे हैं क्योंकि इनका इद्दिआ है कि जगदीश शेटर अपनी अक्सरीयत खो चुके हैं ।
उन्होंने कहा कि इस सिलसिला में के जी पी का 4 जनवरी को इजलास मुनाक़िद शुदणी है जिसमें हुकूमत की क़िस्मत का फ़ैसला किया जाएगा । उन्होंने कहा कि इजलास में ये फ़ैसला भी किया जाएगा कि जुमला कितने असेंबली अरकान अपनी रुकनीयत से इस्तीफ़ा देने वाले हैं ।
के जे पी ज़राए के मुताबिक़ ये तवक़्क़ो की जा रही है कि आठ ता दस ऐसे एम एल एज़ जो येदि यूरप्पा के वफादारों में शुमार किए जाते हैं मुस्ताफ़ी हो सकते हैं । येदि यूरप्पा इस बात पर भी बेहद ख़फ़ा हैं कि जगदीश शेटर ने के जे पी के हामीयों को मुख़्तलिफ़ बोर्डस के ओहदों से हटा दिया है ।
येदि यूरप्पा ने हाल ही में ये भी कहा था कि बी जे पी हुकूमत को बजट पेश करने का कोई अख़लाक़ी हक़ नहीं है क्योंकि हर गुज़रने वाले दिन के साथ पार्टी अपनी अक्सरीयत खोती जा रही है जबकि शेटर ने ये कह दिया है कि वो फ़रवरी में 2013 14 का बजट पेश करेंगे ।
याद रहे कि येदि यूरप्पा जिस वक़्त वज़ीर-ए-आला थे उस वक़्त वज़ारत मालियात का क़लमदान भी उनके ही पास था । उन्होंने शेटर से मुतालिबा किया कि रियासत कर्नाटक के माली मौक़िफ़ ही पर व्हाइट पेपर पेश करें । उन्होंने कहा कि ये हुकूमत का फ़र्ज़ है कि वो मंसूबा बंदी और ग़ैर मंसूबा बंदी दोनों ज़मरों के मसारिफ़ पर व्हाइट पेपर जारी करे । हालाँकि मुख़्तलिफ़ इस्कीमात पर अमल आवरी के लिए फंड्स जारी नहीं किए जा रहे हैं लेकिन इश्तेहारात पर ख़तीर रक़ूमात ख़र्च की जा रही है ।