कर्नाटक के दो वुज़रा की असेंबली में फ़हश फ़िल्म बनी

बैंगलोर, ०८ फ़रवरी ( पी टी आई) कर्नाटक में बी जे पी हुकूमत को आज परेशानकुन हालात का सामना करना पड़ा क्योंकि दो वुज़रा को रियास्ती असेंबली में जारी कार्रवाई के दौरान मोबाईल फ़ोन पर फ़हश फ़िल्म देखते हुए कैमरा में क़ैद कर लिया गया ।

इस दहला देने वाले वाक्या में वज़ीर इमदाद-ए-बाहमी लक्ष्मण साउदी वीडीयो क्लिपिंग देख रहे थे और वज़ीर-ए-बहबूद ख़वातीन-ओ-इतफ़ाल सी सी पाटील को भी ये फ़िल्म दिखा रहे थे ।

मुक़ामी टी वी चैनल ने इन वुज़रा की शर्मनाक हरकत को वीडीयो कैमरा में क़ैद कर लिया और इस के फूटेज असेंबली की कार्रवाई मुल्तवी होने के बाद दीगर कई चैनल्स पर भी दिखाए गए । जिस वक़्त ये वुज़रा फ़हश फ़िल्म देख रहे थे तब ऐवान में ज़िला बीजापूर में पाकिस्तानी पर्चम लहराने के मसला पर बहस जारी थी ।

स्पीकर असेंबली के जी बोपया ने इस वाक़िया की तहक़ीक़ात के बाद मुनासिब कार्रवाई का तीक़न दिया है जबकि मीडीया में इस ख़बर के आम होते ही एक वज़ीर लक्ष्मण साउदी ने प्रैस कान्फ्रेंस मुनाक़िद करते हुए कहा कि सेल फ़ोन में जो क्लिपिंग देखी जा रही थी वो दरअसल चार अफ़राद की एक ग़ैर मुल्की ख़ातून के साथ इस्मत रेज़ि से मुताल्लिक़ वाक़िया है ।

उन्होंने अपने मौक़िफ़ का दिफ़ा करते हुए कहा कि ये एक ब्लू फ़िल्म की तरह है दरअसल ये वज़ीर बंदरगाह कृष्णा पॉलीमर का मोबाईल था । इस वीडीयो क्लिपिंग में ख़ातून को रक़्स करते हुए दिखाया गया जिस की चार आदमीयों ने इस्मत रेज़ि की । कृष्णा पॉलीमर ने इन (लक्ष्मण साउदी) से कहा था कि बैरूनी ममालिक में इस तरह की पार्टीयां आम हैं । चूँकि असेंबली में इसी तरह की रियो पार्टीयों पर बहस जारी थी इसलिए उन्होंने ये क्लिपिंग देखी ।

आज का ये वाक़िया ऐसे वक़्त पेश आया जबकि ज़िला उडपी के मालपे साहिल पर ग़ैर मुल्कीयों की जानिब से इसी नौईयत की रियो पार्टी पर हुकूमत को अपोज़ीशन की शदीद तन्क़ीदों का सामना है । साउदी ने एतराफ़ किया कि उन्हों ने ये क्लिपिंग देखी है लेकिन उन्होंने कोई जुर्म नहीं किया । इसके इलावा ये मोबाईल इन का नहीं था और सिर्फ फ़िल्म देखना कोई जुर्म नहीं है ।

उन्होंने इस्तीफ़ा से साफ़ इनकार करते हुए कहा कि कभी उन के ज़हन में ये बात नहीं आई । चीफ़ मिनिस्टर सदानंद गौड़ा ने कहा कि इन वुज़रा के ख़िलाफ़ कार्रवाई स्पीकर के दायरा इख़तेयार में है । अपोज़ीशन कांग्रेस लीडर सीता रामिया ने कहा कि इन दोनों वुज़रा को फ़िलफ़ौर मुस्ताफ़ी हो जाना चाहिये या फिर उन्हें बरतरफ़ करदिया जाना चाहिये ।

साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर एचडी कुमारा स्वामी ने कहा कि इन दोनों वुज़रा को असैंबली रुकनी से नाअहल क़रार दिया जाना चाहिये । इस दौरान रियासत के बाअज़ हिस्सों में इन वुज़रा से इस्तीफ़ा का मुतालिबा करते हुए एहितजाजी मुज़ाहिरे शुरू कर दिए गए ।

हज़ारों अफ़राद मुख़्तलिफ़ शहरों शिमोगा मैसूर राइचोर और बेलगाम के इलावा दीगर मुक़ामात पर सड़कों पर निकल आए जहां उन्होंने बी जे पी हुकूमत डाउन डाउन के नारे लगाए। कौंसल के सदर नशीन शंकर मूर्ती ने कहा कि ये इंतिहाई अफ़सोसनाक वाक़िया है जो नहीं होना चाहीए था ।

ये वाक़िया बी जे पी के लिए नुक़्सानदेह साबित हो सकता है क्योंकि पार्टी उस वक़्त दाख़िली इख़तिलाफ़ात का शिकार है और बी एस येदि यूरप्पा को चीफ़ मिनिस्टर या फिर कम अज़ कम पार्टी रियास्ती सदर बनाने के लिए ज़ोर शोर से मुहिम चलाई जा रही है ।

कई बी जे पी क़ाइदीन बिशमोल यदि यूरप्पा क्रप्शन के इल्ज़ामात का सामना कर रहे हैं । आज के वाक़िया ने हुकूमत के लिए काफ़ी मुश्किल सूरत-ए-हाल पैदा कर दिए क्योंकि मालपे साहिल पर हुकूमत के टोरा ज़म फ़ैस्टीवल के दौरान रियो पार्टी का वाक़िया पेश आया था ।

नितिन गडकरी का चीफ़ मिनिस्टर कर्नाटक से रब्त

इस दौरान सदर बी जे पी नितिन गडकरी ने फ़हश फ़िल्म बीनी के मसला पर चीफ़ मिनिस्टर कर्नाटक सदानंद गौड़ा से फ़ोन पर बात की । ज़राए ने बताया कि उन्हों ने पार्टी रियास्ती सदर बी इश्वर पा से भी रब्त क़ायम किया । नितिन गडकरी इस वक़्त उत्तर प्रदेश में इंतेख़ाबी मुहिम में मसरूफ़ है । उन्होंने असैंबली कार्रवाई के दौरान दो वुज़रा की फ़हश फ़िल्म देखने से मुताल्लिक़ वाक़िया की तफ़सीलात तलब की हैं ।