कर्नाटक में साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर बी एस येदि यूरप्पा के हामी 9 वुज़रा की जानिब से चीफ़ मिनिस्टर सदानंदा गौड़ा को अपने इस्तीफ़े पेश कर दिए जाने के बाद पैदा शूदा बोहरान ( संकट) पर क़ाबू पाने के लिए बी जे पी की मर्कज़ी क़ियादत ने अपने ख़ुसूसी क़ासिद को बैंगलोर रवाना किया है।
बी जे पी के सीनीयर लीडर धर्मेन्द्र प्रधान ने अपनी पार्टी की रियास्ती यूनिट के सदर के एस इश्वर पा से आज सुबह मुलाक़ात की। तवक़्क़ो (संभावना) है कि वो येदि यूरप्पा कैंप के वुज़रा से मुलाक़ात भी करेंगे जो मिस्टर सदा नंदा गौड़ा को हटाते हुए जगदीश शटार को चीफ़ मिनिस्टर बनाना चाहते हैं।
ताहम ( यद्वपि) चीफ़ मिनिस्टर सदा नंदा गौड़ा अपनी क़ियादत के ख़िलाफ़ 9 वुज़रा की ताज़ा तरीन बग़ावत से ख़ौफ़ज़दा नहीं हुए हैं। उन्होंने आज सुबह राज भवन पहूंच कर गवर्नर एच आर भ्रद्वाज से मुलाक़ात की और कहाकि इस बोहरान (संकट) को बहुत जल्द हल कर लिया जाएगा।
मिस्टर सदा नंदा गौड़ा ने कहा कि हम माज़ी (गुजरे वक़्त) में भी ऐसी बग़ावतों का सामना कर चुके हैं और ऐसे बोहरान ( संकटों) को कामयाबी के साथ हल कर लिया गया। इस मर्तबा भी उम्मीद है कि हम बोहरान को हल कर लेंगे। मिस्टर सदा नंदा गौड़ा ने अपनी रिवायती मुस्कुराहट बरक़रार रखते हुए कहा कि बी जे पी के मर्कज़ी क़ाइदीन ( केंद्रीय मंत्री) ने भी मदद का तीक़न ( भरोसा) दिया है।
इस दौरान चीफ़ मिनिस्टर और सदर रियास्ती बी जे पी यूनिट इश्वर पा ने इस्तीफ़े कुबूल करने से इनकार कर दिया है। मिस्टर इश्वर पा ने मिस्टर सदा नंदा गौड़ से बातचीत के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहाकि 9 वुज़रा के इस्तीफ़े कुबूल करने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
इन वुज़रा के इस्तीफ़े कुबूल किए जाने की सूरत में हुकूमत की कारकर्दगी बुरी तरह मफ़लूज ( अपंग) हो जाएगी। नीज़ सदा नंदा गौड़ा काबीना ( मंत्रीमंडल) में वुज़रा की तादाद 13 तक घट जाएगी। चीफ़ मिनिस्टर सदा नंदा गौड़ा के पास पहले ही 21 क़लमदान मौजूद हैं।
मिस्टर येदि यूरप्पा ने दावा किया कि उन्हें 70 अरकान की ताईद ( समर्थन) हासिल है जो असेंबली में बी जे पी अरकान की मजमूई ( कुल मिलाकर) तादाद की निस्फ़ से ज़्यादा है |