कांग्रेस की राजनीतिक मजबूरियों के कारण पहले छोटी पार्टी के नेता होने के बावजूद एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने में कामयाब हो जायें, लेकिन इस सरकार में कांग्रेस का दबदबा रहेगा। कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के खाते में डिप्टी सीएम का पद मिलना तय है।
हालांकि यह देखना होगा कि कांग्रेस दलित नेता या फिर लिंगायत नेता में से किसे डिप्टी सीएम बनाती है। हालांकि यह भी चर्चा है कि दो डिप्टी सीएम बनाये जा सकते हैं, जिसमें एक दलित व एक लिंगायत हो सकते हैं और ये दोनों कांग्रेस के ही सकते हैं।
ध्यान रहे कि कल लिंगायत महासभा ने कुमारस्वामी को पत्र लिख कर अपने समुदाय के नेता शमनूर शिवशंकरप्पा को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की थी। शमनूर भी कांग्रेस के नेता हैं। कांग्रेस से 18 लिंगायत विधायक जीते हैं। लगातार पांच बार विधायक चुने गये शमनूर वरिष्ठ नेता हैं और सिद्धारमैया सरकार में मंत्री थे।
कांग्रेस के खेमे से दलित नेता जी परमेश्वर को डिप्टी बनाने की भी चर्चा है। 66 वर्षीय जी परमेश्वर पहले भी डिप्टी सीएम रह चुके हैं और अभी विधान परिषद में कांग्रेस के नेता हैं और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। जी परमेश्वर 2013 में सिद्धारमैया से प्रतिस्पर्द्धा में डिप्टी सीएम बनने से चूक गये थे।
कल शाम जब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तो उनके साथ डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण की भी संभावना है। अब देखना यह है कि एक या दो कितने डिप्टी सीएम शपथ लेते हैं। हालांकि, कैबिनेट के अन्य मंत्री सरकार द्वारा सदन में बहुमत हासिल करने के बाद शपथ लेंगे।