कर्नाटक: राज्य सरकार के दो करीबी इंजीनियर के घर से आयकर विभाग के छापे के दौरान 150 करोड़ की बेनामी सम्पत्ति के साथ 5.7 करोड़ के नए 2000 रुपए के नोट बरामद हुए हैं. दोनों ही अधिकारी चिकरयप्पा और एससी जयचन्द्र मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी हैं.
प्रदेश 18 के अनुसार, राज्य में दोनों विपक्षी पार्टियां भाजपा और जनता दल (सेकुलर) ने विधानसभा में सरकार को इस मुद्दे पर घेर रहा है. इन दलों का कहना है कि मुख्यमंत्री को दोषी अधिकारियों के बारे में बताना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता बी जनारदन पूजारी ने मैंगलोर में कहा कि यह एक गंभीर विषय है. दोनों आरोपियों की तत्काल जाँच कर गिरफ्तारी होना चाहिए. और पता लगाना चाहिए कि इनका बिग बॉस कौन है? इस पूरे घटना से पार्टी की छवि धुमिल तो हो ही रही है. साथ ही बीजेपी को एक नया मुद्दा भी मिल गया है.
हालांकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने खुद को इस पूरे घटना से अलग रखते हुए कहा है कि वो किसी ऐसे सरकारी अधिकारी को नहीं जानते. जहां तक बात है करीबी होने की तो राज्य के 6.5 करोड़ लोग मेरे अपने रिश्तेदार की तरह ही हैं. अगर संबंधित अधिकारी दोषी हैं तो उन पर कार्रवाई जरूर की जाएगी.
गौरतलब है कि इन दोनों अधिकारियों को उच्च पद कैसे मिला, जबकि दोनों पर पहले से ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे. 2013 में सीएम का पदद सम्भालते ही सिद्धारमैया ने चिकरयप्पा को पीडब्यूडी सेकेटरी बनाया था, जबकि विभाग में पहले से उनसे भी सीनियर अफसर मैजूद थे. शीर्ष आईटी अधिकारी ने बताया कि पुछताछ में जयचन्द्र और चिकरयप्पा ने कबूल किया है कि ये पैसे उनके नहीं, किसी बड़े नेता का है. लोगों का दबी जबान में कहना है कि ये दोनों अधिकारी मुख्यमंत्री के करीबी हैं. सच क्या है ये अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. वहीँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का कहना है कि हाईकमान इस पुरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं. इसमें जो भी दोषी पाए जायेंगे उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल दोनों अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया हैं.