बेलगाम,(कर्नाटक)11 दिसंबर:(पीटीआई)कर्नाटक असेंबली में अपोज़ीशन के लीडर सिदा रामिया ने आज चीफ मिनिस्टर जगदीश शटर से मुतालिबा किया कि चूँकि उनकी हुकूमत अक्लियत में आ गई है इसलिए उन्हें मुस्ताफ़ी हो जाना चाहीए ।
उन्होंने कहा कि हुकूमत ने तमिलनाडू को कावेरी के पानी की इजराई पर भी कोई वाज़िह मौक़िफ़ ज़ाहिर नहीं किया है । सिदा रामिया ने कहा कि मौजूदा हुकूमत को इक़तिदार (शासन) पर बरक़रार रहने का कोई हक़ हासिल नहीं है क्यॊंकि वो अक्लियत में आ गई है ।
अगर चीफ मिनिस्टर को पारलीमानी निज़ाम जम्हूरियत का पास-ओ-लिहाज़ है और एहतिराम है तो उन्हें चाहीए कि वो मुस्ताफ़ी हो जाएं । उन्हें कोई ग़लत मिसाल क़ायम नहीं करनी चाहीए ।
सिदा रामिया ने मुतालिबा किया कि तमिलनाडू को कावेरी से पानी की इजराई के मसला पर भी चीफ मिनिस्टर ऐवान असेंबली में हुकूमत का मौक़िफ़ वाज़िह करें। उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि मिस्टर जगदीश शटर ने असेंबली में बयान दिया था कि वो तमिलनाडू को पानी जारी नहीं करेंगे लेकिन 7 दिसंबर से पानी की इजराई का अमल जारी है ।
उन्होंने कहा कि ये रियासत के अवाम और ख़ास तो रपर कावेरी तास के इलाक़ों में रहने वाले किसानों के साथ धोका है । इसलिए इस मसला पर चीफ मिनिस्टर को अपना इस्तीफ़ा पेश कर देना चाहीए ।
सिदा रामिया के इवान असेंबली में इस बयान के फ़ौरी बाद अपोज़ीशन के अरकान ने ऐवान के वस्त में पहूंच कर एहतिजाज किया और मुतालिबा किया कि इकलेती हुकूमत चलाने वाले चीफ मिनिस्टर फ़ौरी मुस्ताफ़ी हो जाएं ।
स्पीकर मिस्टर के जी बोपया ने इस मौक़ा पर मुदाख़िलत करते हुए ऐवान की कार्रवाई दस मिनट के लिए मुल्तवी कर दी । क़बल अज़ीं मिस्टर सदा रामिया ने सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को ऐवान में हुकूमत के ख़िलाफ़ तहरीक ए अद मे एतिमाद पेश करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि हुकूमत सिर्फ़ 101 अरकान की ताईद के साथ इकलेती में आ गई है ।
ऐवान में सादा अक्सरियत के लिए 112 अरकान की ताईद दरकार है ।