कलवाकुर्ती 08 नवंबर: बच्चों ने दम तोड़ दिया माँ शदीद तकलीफ़ पर शोर मचाने पर पड़ोसीयों ने दवाख़ाना मुंतक़िल किया। हलक़ा असेंबली अच्चमपेट के एक गांव उपतुतला के एक किसान की बीवी ने अपने दोनों बच्चों के गले काट कर मौत के घाट उतार कर ख़ुद भी अपना गला काट कर मौत को गले लगाने की कोशिश की लेकिन तकलीफ़ से जब शोर मचाई तो पड़ोसीयों ने उन्हें दवाख़ाना मुंतक़िल किया।
तफ़सीलात के मुताबिक़ उपतुतला के रहने वाले किसान नरसिम्हा रेड्डी की बीवी ने अपने शौहर को खाना खिलाकर जब वो अपने खेत को चला गया तो अंदर से दरवाज़ा बंद कर के अपने बेटे जसवंत 5 साला और बेटी लक्की 2 साला को अपने हाथों से उनके गले काट कर मौत की नींद सुलादया जब कि ये वक़्त माँ को अपने बच्चों को सीने से लगाकर लाड-ओ-प्यार से सुलाना होता है मगर इस माँ ने एसा सुलाया कि ये बच्चे हमेशा के लिए सो गए।
बाद में माँ ने अपने गले पर भी चाक़ू चलाकर ख़ुदकुशी की कोशिश की लेकिन तकलीफ़ के सबब जब वो शोर मचाने लगी तो पड़ोस के लोग जमा हो गए और दरवाज़ा खोलने के लिए पुकारने लगे लेकिन इस ने दर्रा कि वज़ह से नहीं खोला तो दरवाज़ा तोड़ कर जब अंदर का मंज़र देखे तो सब हैरान रह गए और फ़ौरन माँ को जो कि आख़िरी स्टेज पर थीं दवाख़ाना मुंतक़िल किया जहां पर अब वो ज़ेरे इलाज है जबकि डाक्टर के मुताबिक़ ख़ून ज़्यादा बह जाने के सबब कुछ कहना मुश्किल है।
जब गांव वालों ने इस की इत्तेला बच्चों के बाप को दी तो वो फ़ौरन घर पहुंच कर अपने बच्चों को देखकर तड़पते हुए बेहोश हो गया जिसको देखकर पूरा गांव अपने जज़बात पर क़ाबू ना पा सका और सबने रोना शुरू कर दिया और आख़िर-ए-कार एसा वाक़्या क्युं पेश आया जिस के लिए सब हैरान हैं। गांव वालों के मुताबिक़ कभी भी घरेलू झगड़े देखने और सुनने में नहीं आते। आख़िर क्या वजह हुई कि माँ ने इतना बड़ा क़दम उठाया गांव के लोग हैरान हैं। इस इक़दाम पर पुलिस के मुताबिक़ तहक़ीक़ात के बाद ही कुछ पता चलेगा फ़िलहाल माँ ज़ेर-ए-इलाज है।