कलाम एक मामूली साइंटिस्ट थे: पाकिस्तानी साइंटिस्ट डॉक्टर एक्यू ख़ान

नई दिल्लीः पाकिस्तान न्युक्लीयर मुहिम के बानी माने जाने वाले साइंटिस्ट डॉक्टर एक्यू ख़ान ने हिंदुस्तान के साबिक सदर जम्हूरिया और मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम को लेकर बेहद काबिल ऐतराज़ तब्सिरा किये है, एक्यू खान का कहना है कि ‘कलाम एक मामूली वैज्ञानिक थे.’

बीबीसी न्यूज को इंटरव्यू देते हुए एक्यू ख़ान ने कहा कि, “कलाम साहब सादगी पसंद शख्स और एक मामूली साइटिस्ट थे.”

एक्यू खान इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने आगे कहा कि, “याद नहीं आता कि डॉक्टर अब्दुल कलाम ने कुछ बहुत ही बड़ा किया था.

एक्यू ख़ान का कहना था कि, ‘हिंदुस्तान का मिसाइल प्रोग्राम रूस की मदद से तैयार किया गया था.”

साबिक सदर जम्हूरिया डॉक्टर अब्दुल कलाम का पीर के रोज़ आईआईएम शिलॉन्ग में तकरीर के दौरान तबियत खराब होने के सबब इंतेक़ाल हो गया .

डॉक्टर अब्दुल कलाम 2002 में बीजेपी हुकूमत की हुक्मरानी के दौरान सदर जम्हूरिया बने थे, इस पर भी एक्यू ख़ान ने कहा कि, ‘उन्हें सदर जम्हूरिया इसलिए बनाया गया था क्योंकि बीजेपी मुसलमानों का यकीन जीतकर वोट पाना चाहती थी.’

हिंदुस्तान में कलाम की मदद और उनकी कुर्बानी के सामने पूरा मुल्क सिर झुकाये हुए है. ऐसे में पाकिस्तानी साइंटिस्ट के ये बोल बेहद शर्मिंदगी वाले और काबिल ए मुज़म्मत हैं.

जदीद दिफाई टेक्नोलाजी की हिंदुस्तान की चाह के पीछे एक मजबूत ताकत बनकर उसे पूरा करने का सेहरा डॉ कलाम को जाता है और मुल्क के Satellite Program,Guided and ballistic missile project, न्यूक्लीयर हथियार और हल्के लड़ाकू तैय्यारे के प्रोजेक्टमें उनकी शराकत ने उनके नाम को हर हिंदुस्तानी की जुबां पर ला दिया.