कल भारत आ रहे क्राऊन प्रिंस मोहम्मद सलमान, नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे भारत-सऊदी संबंध

सऊदी अरब के क्राऊन प्रिंस मोहम्मद सलमान 19 फरवरी को भारत आएंगे। वली अहद का पद संभालने के बाद यह उनकी पहली दक्षिण एशिया की यात्रा है। प्रिंस सलमान अभी पाकिस्तान में हैं। वहां से वह किसी और देश में जाएंगे और इसके बाद भारत आएंगे। इससे पहले 20 अप्रैल 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब गए थे और भारत ने सहयोगी देश के साथ संबंधों की नई ऊंचाई को छुआ था। विदेश मंत्रालय के सूत्र बताते हैं प्रिंस सलमान की भारत यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है और भारत अपने सहयोगी देश सऊदी अरब का आठवां रणनीतिक साझीदार देश बनने जा रहा है।

बताते हैं इसके लिए सऊदी अरब और भारत के बीच में रणनीतिक साझीदार बनने के लिए करीब-करीब सहमति बन चुकी है। इसकी बस औपचारिकता भर शेष है। अभी सऊदी अरब की अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, कोरिया, चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी है। क्राऊन प्रिंस सऊदी अरब के रक्षा मंत्री भी हैं। रक्षा क्षेत्र में दोनों देश नई साझेदारी बढ़ाने पर भी सहमत हैं। इसमें सऊदी अरब और भारत के के बीच में संयुक्त युद्धाभ्यास, रक्षा उत्पादन क्षेत्र में संयुक्त प्रयास आदि शामिल हैं।

बताते हैं इस कड़ी में भारतीय नौ सेना और सऊदी अरब की नौसेना के बीच में संयुक्त युद्धाभ्यास भी प्रस्तावित है। इस युद्धाभ्यास के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है। क्राऊन प्रिंस की दो दिन की यात्रा के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच हाईड्रोकार्बन, ऊर्जा सुरक्षा, वैकल्पिक उर्जा (सौर उर्जा) के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच में रिश्ते आगे बढ़ने के आसार हैं। अभी सऊदी अरब और भारत के बीच में 27.48 अरब अमेरिकी डालर का द्विपक्षीय व्यापार है। 2016-17 की तुलना में पिछले साल इसमें दस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत को उम्मीद है कि रियल स्टेट, खाद्यान्न स्टोरेज के रूप में वेयर हाऊस समेत अन्य में सऊदी अरब बड़े पैमाने पर विवेश की घोषणा कर सकता है।