वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने ग़ैर सरकारी तंज़ीम को एक मकतूब तहरीर करते हुए कश्मीर में संगीन जिस्मानी माज़ूरी की मुख़्तलिफ़ नौईयतों से मुतास्सिर 1300 अफ़राद को मस्नूई आज़ा और नक़ल-ओ-हरकत केलिए इमदादी ज़राए फ़राहम करने की कोशिश की सताइश की ।
मोदी ने अपने मकतूब में कहा कि उन्हें बेहद ख़ुशी है कि वमीरे आज़म के राहत रसानी फ़ंड से रियासती हुकूमत और भगवान महावीर विकलांग सहायता समीती जयपुर ने 1300 अफ़राद को मस्नूई पैर और दीगर आज़ा के अलावा नक़ल-ओ-हरकत में सहूलत फ़राहम करने वाले आलात सरबराह करने का फ़ैसला किया है।
एक ख़ुसूसी कैंम्प में 1300 जिस्मानी माज़ूरों को जम्मू-ओ-कश्मीर में मस्नूई आज़ा और इमदादी आलात फ़राहम किए गए। मोदी ने अवाम से ख़िताब करते हुए कहा कि उन्हें यक़ीन है कि ये कोशिश क़ाबिल लिहाज़ हद तक उन के मसाइब दूर करेगी और उन्हें मुश्किलात पर क़ाबू पाने में मदद देगी। उन्होंने कहा कि माज़ूर अफ़राद और उन के अरकाने ख़ानदान समाज में बड़ी हद तक अज़ीम तर वक़ार के साथ ज़िंदगी गुज़ार सकेंगे।