कश्मीरी अवाम का दिल जीतने तरक़्क़ी का नारा मुस्तरद : मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़

जम्मू-ओ-कश्मीर के अलाहदगी पसंदों ने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की जानिब से रियासत जम्मू-ओ-कश्मीर के अवाम के दिल जीतने तरक़्क़ी के नारा को मुस्तरद कर दिया है और कहा कि कश्मीर कोई मआशी मसला नहीं है बल्कि ये एक सियासी मसला है और ज़ेली बर्र-ए-आज़म में क़ियाम अमन के लिए इस का सियासी हल दरयाफ़त करने की ज़रूरत है।

एतिदाल पसंद हुर्रियत कान्फ्रेंस के सदर नशीन मीर वाइज़ उमर फ़ारूक़ ने कहा कि मसला-ए-कश्मीर सारे इलाक़े के लिए एक संगीन ख़तरा है। ये एक मआशी मसला नहीं है और ना ही मआशी मुराआत से उस को हल किया जा सकता है। इस के अलावा ये ट्रेन ख़िदमात मुतआरिफ़ करवाने से हल होने वाला मसला भी नहीं है। मीर वाइज़ ने कहा कि हक़ीक़त ये है कि अमन ख़ुशहाली और सारे इलाक़े की तरक़्क़ी मसला-ए-कश्मीर के हल से ही मरबूत है।

उन्होंने कहा कि जब तक इस मसले को हल करने के लिए उस की तारीख़ी नुक़्ता-ए-नज़र को ज़हन में नहीं रखा जाता और सियासी हक़ायक़ को तस्लीम नहीं किया जाता उस वक़्त तक ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत को ख़त्म करते हुए देरपा अमन क़ायम होने का कोई इमकान नहीं है। उन्होंने ये रिमार्कस आज नरेंद्र मोदी के एक बयान के जवाब में किए। नरेंद्र मोदी आज जम्मू-ओ-कश्मीर के दौरे पर थे और उन्होंने एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए कहा था कि उनकी हुकूमत की तर्जीह ये है कि तरक़्क़ी के ज़रीये इस रियासत ( जम्मू-ओ-कश्मीर ) के हर शहरी का दिल जीता जाये। वज़ीर-ए-आज़म कटरा रेल लाईन प्राजेक्ट का जम्मू में इफ़्तेताह करने के बाद इज़हार-ए-ख़्याल कर रहे थे।

मीर वाइज़ ने मर्कज़ी हुकूमत से अपील की कि वो मसला-ए-कश्मीर पर रिवायती अंदाज़ को तर्क करे और ऐसी पालिसी इख़तियार करे जो मौजूदा हक़ायक़ की अक्कास हो। उन्होंने कहा कि इस मसले को हल करने की सिम्त पेशरफ़त के लिए ज़रूरी है कि बामानी बातचीत की जाये। नरेंद्र मोदी के दौरे के मौक़े पर शहर में तहदीदात के नफ़ाज़ और अलाहदगी पसंद क़ियादत के ख़िलाफ़ कार्यवाईयों की मज़म्मत करते हुए मीर वागत ने कहा कि ताक़त के इस्तेमाल की हिक्मत-ए-अमली से हालात मज़ीद पेचीदा होसकते हैं।

ये पाबंदीयां आज उस वक़्त आइद की गईं जबकि माह रमज़ानुल-मुबारक का पहला जुमा था । इस दौरान कट्टर पसंद हुर्रियत कान्फ्रेंस के सदर नशीन सय्यद अली शाह गिलानी ने कहा कि नई दिल्ली की हुकूमत तरक़्क़ी के ज़रीये कश्मीरी अवाम के दिलों को नहीं जीत सकती।