इस्लामाबाद 25 जुलाई: हिन्दुस्तान के साथ जारी लफ़्ज़ी जंग के दौरान पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर के मुस्तक़बिल पर कोई भी फ़ैसला कश्मीर के अवाम ही कर सकते हैं। एक दिन पहले हिन्दुस्तान ने ये वाज़िह कर दिया था कि सारे जम्मू-ओ-कश्मीर का ताल्लुक़ हिन्दुस्तान से है और ये कभी भी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा। वज़ीर उमूर ख़ारिजा सुषमा स्वाराज के इस बयान पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए पाकिस्तान के मुशीर उमूर ख़ारिजा सरताज अज़ीज़ ने कहा कि कश्मीर के मुस्तक़बिल का फ़ैसला वज़ीर-ए-ख़ारजा हिंद नहीं बल्के कश्मीर के अवाम कर सकते हैं।
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसिल ने कश्मीर के अवाम को ये हक़ देने का वादा किया है। अब वक़्त आचुका है कि हिन्दुस्तान यहां की अवाम को अपने इस हक़ के इस्तेमाल का मौक़ा फ़राहम करे। उस के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की ज़ेरे निगरानी कराया जाये जहां अवाम को पाकिस्तान या हिन्दुस्तान के हक़ में वोट देने का मौक़ा फ़राहम हो सके। उन्होंने कहा कि सारी दुनिया कश्मीरी अवाम के इस फ़ैसले को क़बूल करेगी। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान इस हक़ीक़त को नजरअंदाज़ नहीं करसकता कि बुरहान वाणी के जलूस जनाज़ा में दो लाख से ज़ाइद लोग शरीक थे।