कश्मीरी तालिब-ए-इलम को दाढ़ी के सबब हरा सानी

भोपाल । /17 सितंबर ( एजैंसीज़) एक कश्मीरी तालिब-ए-इल्म को दाढ़ी रखने पर यूनीवर्सिटी के हॉस्टल में मुबय्यना तौर पर हिरासाँ किया गया और ग़लतफ़हमी से उसे दहश्तगर्द-ओ-डाकू भी समझा गया क्योंकि वो अपनी हॉस्टल फ़ीस केलिए निकाले गए डीमांड ड्राफ़्ट की मंसूख़ी केलिए बार बार बैंक के चक्क्र काट रहा था । भोपाल की बरकत उल्लाह यूनीवर्सिटी के ऐम एससी साल अव्वल के स्टूडैंटस ख़ुरशीद अहमद वाणी को बैंक के गार्ड की जानिब से मुतनब्बेह किए जाने के बाद बाग़ सेवा नया पुलिस स्टेशन में कई घंटे पूछताछ के अमल से गुज़रना पड़ा । बैंक गार्ड ने क़ियास करलिया था कि ख़ुरशीद का चेहरा किसी ऐसे ख़ाके से मुशाबहत रखता है जो पुलिस ने इस माह के अवाइल आंधरा बैंक में पेश आई डकैती के बाद जारी किया था । 20 साल से ज़ाइद उम्र वाला ख़ुरशीद एसबी आई की यूनीवर्सिटी ब्रांच को अपना डी डी बराए 7500 रुपय मंसूख़ करने आया था । क्योंकि वो अपनी दाढ़ी की वजह से हॉस्टल के साथीयों की जानिब से मुबय्यना हरा सानी के बाद हॉस्टल में मज़ीद क़ियाम का ख़ाहां नहीं था । चहारशंबा को जब वो बैंक पहूँचा तो बैंक को इस की तीसरी चक्क्र थी क्योंकि गुज़श्ता मौक़ों पर वो डी डी को मंसूख़ नहीं कर उसका था । गार्ड ने समझा कि ख़ुरशीद का बार बार आना शायद बैंक का सर्वे करना है और फिर उसे ख़ुरशीद और दाढ़ी वाले मुश्तबा ख़ाके के दरमयान मुशाबहत का यक़ीन भी हो चला था । ख़ुरशीद ने बताया कि उसे 6 घंटे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया ।