कश्मीरी दरगाह के तबाह होने पर चिदम़्बरम का इज़हार रंज-ओ-ग़म

मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला ( केंद्रीय गृह मंत्री) पी चिदम़्बरम ने आज 200 साल क़दीम ( पुरानी) दस्तगीर साहिब दरगाह कश्मीर की तबाही पर इज़हार रंज-ओ-ग़म करते हुए मर्कज़ ( केंद्र) की जानिब से इसकी अज़सर-ए-नौ तामीर के लिए इम्दाद ( मदद) का पेशकश किया।

ये दरगाह 11 वीं सदी ईसवी के मबलग़ इस्लाम हज़रत शेख़ अबदुल क़ादिर जीलानी ( र०) से मंसूब है और श्रीनगर के मज़ाफ़ाती ( दूर के ) इलाक़ा खान्यार में क़ायम है, जो 25 जून को आतिशज़दगी ( आग) के एक हादिसा में जल कर ख़ाकसतर हो गई।

चिदम़्बरम ने कहा कि उन्हें मुक़द्दस दरगाह के हादसा पर गहरा रंज पहुंचा है। उन्होंने रियास्ती हुकूमत को तयक्कुन ( यकीन) दिया कि मर्कज़ी हुकूमत दरगाह की अज़सर-ए-नौ तामीर में भरपूर मदद करेगी। चीफ़ मिनिस्टर उमर अबदुल्लाह और मर्कज़ी वज़ीर फ़ारूक़ अबदुल्लाह दोनों की जानिब से उन्हें दरगाह शरीफ़ की अज़सर-ए-नौ तामीर की उन्हें इत्तिला देने का इन्किशाफ़ (जाहिर) करते हुए उन्होंने ये तयक्क़ुन ( यकीन) दिया।

उन्होंने कहा कि वो दोनों क़ाइदीन ( लीडरों) को तयक्कुन ( यकीन) दे चुके हैं कि मर्कज़ी हुकूमत दरगाह की अज़सर-ए-नौ तामीर में भरपूर मदद करेगी। एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान उन्होंने अमेरीका से हेडली को हिंदूस्तान की तहवील में लेने के बारे में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि लश्कर-ए-तयबा के कारकुन डेविड हेडली को हिंदूस्तान अपनी तहवील में लेने के मसला पर हुकूमत अमेरीका से तबादला-ए-ख़्याल (आपसी बातचीत) करेगा।

उन्होंने कहा कि हिंदूस्तान 50 साला पाकिस्तानी नज़ाद अमेरीकी से रब्त पैदा कर चुका है। हिंदूस्तानी सयान्ती महकमों में अमेरीका में इससे मुलाक़ात की है। उन्होंने कहा कि मज़ीद सवाल अमेरीका से इसकी हवालगी के बारे में नहीं किया जाना चाहीए क्योंकि इस मसला पर हुकूमत अमेरीका से बातचीत जारी है।