कश्मीरी नौजवानों में मंशियात की लानत

रियासत जम्मू-ओ-कश्मीर के नौजवानों में मंशियात के इस्तिमाल की लानत से उनके अरकान ख़ानदान के इलावा पुलिस भी परेशानी में मुबतला है और अब इस बात की ख़ाहिश‌ है कि नौजवानों को राह रास्त पर लाने केलिए उलमाए दीन, असातिज़ा और दीगर मुअज़्ज़िज़ शहरियों का मदद‌ हासिल किया जाये।

इन्सपैक्टर जेनरल आफ़ पुलिस, कश्मीर ए जी मीर ने कुपवाड़ा में एक अवामी जलसा से ख़िताब करते हुए कहा कि हमारे नौजवानों की एक नस्ल तो अस्करियत पसंदी की नज़र होगई और अब हम दूसरी नस्ल को जो मंशियात की आदी होचुकी है, गंवाने के मौक़िफ़ में नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि नॉर्थ कश्मीर रेंज की पुलिस इंतिज़ामिया को उन्होंने हिदायत की हीका मंशियात की गै़रक़ानूनी तिजारत और स्मगलिंग करने वालों के साथ इंतिहाई सख़्ती के साथ निमटा जाये। उन्होंने कहा कि पुलिस उन नौजवानों के साथ मुकम्मल तआवुन करने तैयार है जो मंशियात के आदी हैं और इस आदत से छुटकारा हासिल करना चाहते हैं।

उन्होंने सड़क हादिसात में हुए इज़ाफ़ा पर भी तशवीश का इज़हार किया और मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को हिदायत की ख़ाती ड्राईवरों और मोटर व्हीकल ऐक्ट की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए दीगर जराइम के ख़िलाफ़ भी सख़्त कार्रवाई की जाये। मीर ने कहा कि तक़रीबन हर शहर में ये मंज़र देखने को मिलता है कि नाबालिग़ नौजवान बड़ी तेज़ रफ़्तारी से मोटर साईकल, स्कूटर लेकर गुज़र जाते हैं और कभी कभी सिग्नल्स तोड़ने के मुर्तक़िब भी हुए हैं।

वालदैन और दीगर रिश्तेदारों की ये ज़िम्मेदारी है कि वो नाबालिग़ लड़कों को मोटर साईकल या स्कूटर चलाने की तरग़ीब ना दें और ना ही उनकी हौसलाअफ़्ज़ाई करें। अगर ऐसा हुआ तो स्कूटर मालिक के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।