नई दिल्ली
जामि टाउनशिप्स की तामीर की तवज्जे - चीफ मिनिस्टर मुफ़्ती सय्यद की यक़ीन दहानी
हुकूमत जम्मू-कश्मीर की जानिब से बेघर कश्मीरी पण्डित मुहाजरीन के लिए वादी में कोई मुनासिब अराज़ी हासिल करके जल्द फ़राहम की जाएगी ताकि वहां जामि टाउनशिप्स बनाई जा सके। चीफ मिनिस्टर जम्मू-कश्मीर मुफ़्ती मुहम्मद सय्यद ने वज़ीरे दाख़िला राज नाथ सिंह को ये बात बताई।
मुफ़्ती सय्यद मर्कज़ी क़ाइदीन से मुलाक़ातों के लिए दिल्ली आए हुए हैं। वज़ीरे दाख़िला ने उनसे कहा कि रियासती हुकूमत को चाहिए कि वो कश्मीरी पंडितों के लिए अराज़ी फ़राहम करे जिन्हें तख़रीब कारी के बाद वादी से नक़ल मुक़ाम करना पड़ा था। राज नाथ सिंह ने साबिक़ा चीफ मिनिस्टर उमर अब्दुल्लाह की हुकूमत को एक मकतूब इस सिलसिले में रवाना किया था जिस के बाद उन्होंने रियासती गवर्नर एन एन वोहरा को भी मकतूब रवाना करते हुए इस तरह के तारकीन वतन के लिए अराज़ी की निशानदेही की ख़ाहिश की थी।
फ़िलहाल मुल्क में 62,000 रजिस्टर्ड कश्मीरी पंडितों के ख़ानदान हैं जो बेघर हुए थे। ये पण्डित वादी से जम्मू दिल्ली और मुल्क के दूसरे हिस्सों को रवाना होगए थे। रियासत में बी जे पी – पी डी पी इत्तेहाद ने अपने अक़ल्लतरीन मुशतर्का प्रोग्राम में कश्मीरी पंडितों की बाज़ आबादकारी करने का अह्द किया था। वज़ीरे दाख़िला ने मुफ़्ती सय्यद से ख़ाहिश की कि रियासती हुकूमत जल्द अराज़ी फ़राहम करे जिस पर चीफ मिनिस्टर जम्मू-कश्मीर ने मुसबत रद्द-ए-अमल का इज़हार किया।