नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ज़ायरा वसीम को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाक़ात के बाद उसको माफ़ी मांगने के लिए मजबूर करना बिलकुल ग़लत है | ज़ायरा ने आमिर खान की बॉलीवुड फिल्म दंगल में भारतीय पहलवान गीता फोगट के बचपन का किरदार निभाया है | ज़ायरा ने शनिवार को मुफ्ती के साथ मुलाक़ात की थी | जिसके बाद उन्होंने कल इस मुलाक़ात के लिए अनजाने में कश्मीरियों को दिल दुखाने के लिए माफ़ी मांगी थी |
ओवैसी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि किसी को क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस बात के लिए किसी पर भी और खास तौर पर एक 16 वर्षीय किशोरी पर दबाव नहीं दिया जा सकता है | उन्होंने कहा कि ज़ायरा को माफ़ी मांगने के लिए मजबूर करना बिलकुल ग़लत है | उन्होंने कहा कि लेकिन इस मामले में जो लोग हमदर्दी दिखा रहे हैं | उस वक़्त उनकी हमदर्दी कहाँ थी जब कश्मीर में युवाओं को पैलेट गन से निशाना बनाया किया जा रहा था जिसकी वजह से कुछ लोगों की आँखों की रौशनी भी चली गयी है | उन्होंने कहा कि इस तरह में मामले में दोहरा रवैय्या क्यों अपनाया जा रहा है |
उन्होंने कहा कि इस घटना चलता है कि लोगों को जम्मू-कश्मीर सरकार पर भरोसा नहीं है | इससे ये भी पता चलता है कि भाजपा-पीडीपी सरकार कश्मीर घाटी में लोकप्रिय नहीं है | लोगों का इस सरकार से भरोसा ख़त्म हो गया है |
घाटी के लोग पिछले दिनों गुज़रे हालात की वजह से महबूबा मुफ़्ती से खुश नहीं हैं | इसलिए ज़ायरा द्वारा महबूबा मुफ़्ती से मुलाक़ात किये जाने पर घाटी के युवाओं ने इस पर तीख़ी प्रतिक्रिया जताए थी |ज़ायरा ने इस मुलाक़ात के लिए कल सोशल मीडिया पर माफ़ी मांगी थी | उन्होंने ये भी कहा कि दंगल में किये गये अपने अभिनय पर उन्हें कोई गर्व नहीं है| वह कश्मीर के युवाओं के लिए रोल मॉडल नहीं थीं और वह नहीं चाहती कि कोई भी उनके नक्शेकदम पर चले |