कश्मीर की सामाजिक स्थिति पर मीरवाइज़ को चिंता: उमर‌ फ़ारुक़

श्रीनगर: हुर्रियत कान्फ्रेंस‌ (एके चेयरमैन और अध्यक्ष मजलिस उल्मा जम्मू कश्मीर के अमीर उच्च मीरवाइज़ मौलवी उमर‌ फ़ारुक़ ने जम्मू कश्मीर के समग्र सामाजिक दषाल और बढ़ती अलग प्रकृति की सामाजिक बुराइयों को बढ़ावा देने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सामाजिक अनुकूलन और एक बेहतर, देनदार और कल्याणकारी समाज की स्थापना के लिए समाज के संवेदनशील लोगों को आगे अपना सकारात्मक भूमिका निभाने पर जोर दिया है।

मीलाद‍‍‍‍ उन न‌बी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और सीरते रसूले करीमसल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के अज़ीम और हमा-जिहत पैग़ाम को आम से आम तर करने की मुहिम के सिलसिले में श्रीनगर के पाईन शहर की मुग़ल मस्जिद राणावारी में और पर जलसे से ख़िताब करते हुए मीरवाइज़ ने कहा कि पैग़ंबर इन्क़िलाब हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सीरत पाक एक अमली और दाइमी सीरत है जिसकी रोशनी और तनाज़ुर में हर दौर में बिगड़े सामाज की अनुकूलन मुम्किन है

उन्होंने कहा कि व्यक्ति और व्यक्तियों की अनुकूलन के साथ ही पार्टी और समाज सुधार संभव है। मीरवाइज़ ने कहा हमारा वर्तमान समाज जिन गोनाहो बुराईयों और ख़राबियों की चारागाह बन चुका है और पूरा समाज‌ जिस बेरवी का शिकार हो गया है इस की हमा-जिहत अनुकूलन के लिए माता-पिता , शिक्षकों, उल्मा , सर्वशक्तिमान, वाइज़ीन और समाज के हर तरह हिस और समझदार व्यक्ति आगे आना चाहिए।