कश्मीर के अज़ला शोपियाँ और कुलगाम के बाअज़ इलाक़ों में कर्फ्यू

अलैहदगी पसंदों की बेकसूरों की हलाकत के ख़िलाफ़ एहतेजाजी बंद से मामूलात-ए-ज़िंदगी मुअत्तल

आज जम्मू-ओ-कश्मीर के अज़ला शोपियाँ और कुलगाम के चंद इलाक़ों में 4 अफ़राद की फायरिंग में हलाकत के बाद कर्फ्यू नाफ़िज़ करदिया गया। पुलीस के तर्जुमान ने कहा कि पुलीस और सी आर पी उफान इलाक़ों में नज़म‍-ओ‍-ज़ब्त बरक़रार रखने के लिए ज़्यादा तादाद में तैनात करदी गई है।

अवाम की नक़ल-ओ-हरकत पर पाबंदी आइद करदी गई है। कल 4 अफ़राद बिशमोल दो शहरी शोपियाँ के इलाक़ा गागर इन में सी आर पी एफ कैंप पर हमले के वक़्त फायरिंग के दौरान हलाक कर दिए गए थे। 3 महलोकिन की शनाख़्त हो चुकी है। अलैहदगी पसंद तनज़ीमों ने 4 बेक़सूर नौजवानों की फायरिंग में हलाकत के ख़िलाफ़ बतौर-ए‍-एहतेजाज बंद का ऐलान किया।

जिसकी वजह से श्रीनगर में मामूलात-ए-ज़िंदगी मफ़लूज हो गई। सड़कें सुनसान नज़र आ रही थीं, क्योंकी सरकारी गाड़ियों को सड़कों से हटा लिया गया था। सिर्फ़ ख़ानगी गाड़ियां चलती नज़र आ रही थीं। दुकानें, तिजारती इदारे और तालीमी इदारे बंद थे। हुर्रियत कान्फ्रेंस के दोनों ग्रुप्स और जे के एल एफ ने बेक़सूर नौजवानों की हलाकत के ख़िलाफ़ एहतेजाजी हड़ताल का ऐलान किया था।

उन्होंने कल भी एहतेजाजी बंद मनाया था, क्योंकी बेन उल-अक़वामी शौहरत याफ़ता मूसीक़ार ज़ोबेन महित का मूसीक़ी रेज़ प्रोग्राम झील डल के किनारे मुनाक़िद किया जा रहा था।