कश्मीर के युवाओं को पथराव से लाभ नहीं मिलेगा- अजहरुद्दीन

श्रीनगर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि पथराव करने से जम्मू-कश्मीर का भला नहीं होने वाला और राज्य के युवकों को अपनी ऊर्जा रचनात्मक कामों में लगानी चाहिए। उन्होंने राज्य के लोगों तक पहुंचने के लिए एक राजनीतिक पहल करने की भी वकालत की।

क्रिकेटर से नेता बने अजहरुद्दीन ने यहां से 55 किलोमीटर दूर बारामुला जिले में एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हां, एक राजनीतिक पहल करनी चाहिए क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको हिंसा जैसी समस्याओं का सामना करते रहना पड़ेगा।’’

अजहरुद्दीन और अभिनेत्री दीया मिर्जा यहां सेना द्वारा आयोजित दो दिवसीय युवा उत्सव जश्न-ए-बारामुला के संबंध में उत्तरी कश्मीर के शहर में थे। इस उत्सव का समापन आज हुआ। क्रिकेटर ने कहा कि कश्मीर के युवाओं को पथराव से लाभ नहीं मिलेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से पथराव के खिलाफ हूं। ईश्वर ने आपको जवानी दी है लेकिन आप पथराव करके इसे बर्बाद कर रहे हैं। आप क्या हासिल करेंगे? आप एक साल, दो साल पत्थर फेंकेंगे, इसके बाद क्या होगा?

आप अपनी युवावस्था कुछ अच्छे काम में लगाओ, अपनी प्रतिभा निखारो और शिक्षा प्राप्त करो क्योंकि इससे आपको पता चलेगा कि क्या सही है और क्या गलत है।’’ उन्होंने कहा कि जब लोग पढ़ते-लिखते नहीं है तो उनको किसी के द्वारा गलत राह दिखाने का खतरा होता है।

कश्मीरी क्रिकेटर परवेज रसूल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीरी युवक प्रतिभावान है लेकिन उन्हें उचित मार्गदर्शन की जररत है।अजहरुद्दीन ने कहा कि रसूल ने शुरुआत कर दी है, मैं चाहता हूं कि दूसरे लोग इसमें शामिल हों और अगर आप अच्छा खेलते हो तो कोई आपको रोक नहीं सकता। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिंसा मुद्दों का हल नहीं होती।