अगर हौसला हो तो हालात भी मायने नहीं रखते है। ये बात जम्मू-कश्मीर के सात साल के हाशिम मंशूर पर सटीक बैठती है। राज्य के कर्फ्यू और तनाव से गुजरते हुए हाशिम ने एशियन यूथ कराटे चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर गोल्ड मेडल जीता।
बुरहान की मौत के बाद घाटी के बिगड़े हालातों से हाशिम का शहर बांदीपुरा भी अछूता नहीं रहा। कर्फ्यू और पत्थरबाजी से पनपे तनाव ने वहां के हालात बद से बदतर कर दिए। लेकिन हाशिम ने अपने कराटे के अभ्यास को नहीं छोड़ा।
दिल्ली के तालकटोरा में श्रीलंका के अपने प्रतिद्वंदी को हराने के बाद हाशिम बताते है कि उन्होंने अपने कोच फैजल के साथ छुप कर ट्रेनिंग ली। फैजल बताते हैं,’ तनाव के बाद शहर में स्थित उनकी अलीज अकादमी में ट्रेनिंग कराना संभव नहीं रह गया था, ऐसे में वह उसे लेकर कुलहामा चले गए।’
फैजल ने हाशिम के इस चैंपियनशिप में भाग लेने की खबर किसी को नहीं होने दी, ताकि हाशिम को किसी तरह की मुश्किलों का सामना ना करना पड़ जाए।यहां गोल्ड जीतने के बाद हाशिम ने अगले साल सितबंर में होने वाली यूरोपीय देश में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया।