जम्मू कश्मीर में बीजेपी की ताईद से बनी पीडीपी की हुकूमत की तरफ से अलहैदगीपसंद लीडर मसर्रत आलम को रिहा किए जाने के बाद पूरे मुल्क में हो रहे बवाल के बीच मरसर्रत ने फिर एक खतरनाक बयान दिया है. मसर्रत ने कहा है कि कश्मीर को हिंदुस्तान से आज़ाद कराने के लिए उसकी लड़ाई आज भी जारी है.
मसर्रत आलम ने कहा है कि हुकूमत ए हिंद को ये समझना होगा कि जम्मू कश्मीर के लोग आजादी चाहते हैं और वह अपने इस जंग में जुटा रहेगा. मीडिया से बातचीत के दौरान मसर्रत ने कहा कि वह अदालती अमल के तहत जेल से आजाद हुआ है. उसे जेल से रिहा करवाने में पीडीपी हुकूमत का कोई किरदार नहीं है.
आपको बता दें कि मसरत आलम की रिहाई की डिटेल रिपोर्ट रियासती हुकूमत ने मरकज़ी वज़ारत ए दाखिला को सौंप दी है. 2010 में कश्मीर में भड़के हिंद मुखालिफ एहतिजाजी मुज़ाहिरों के इल्ज़ाम में गिरफ्तार मसर्रत को साढ़े चार साल तक जेल में रखने के बाद गुजश्ता हफ्ते रिहा किया गया. मसर्रत की रिहाई की वजह जम्मू-कश्मीर की पीडीपी-बीजेपी इत्तेहाद वाली हुकूमत मुसीबत में आ गई. पीडीपी ने मसर्रत की रिहाई की ताईद में है, जबकि बीजेपी ने खुलकर फैसले की मुखालिफत की.