कश्मीर : घाटी में अलगाववादियों द्वाराशरणार्थियों को पहचान पत्र जारी करने के विरोध में प्रदर्शन

कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद की वजह से शुक्रवार को सामान्य जन-जीवन प्रभावित है. अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को पहचान पत्र जारी करने के सरकारी फैसले का विरोध कर रहे हैं. अलगाववादी नेताओं ने लोगों से इस फैसले के विरोध में शुक्रवार और शनिवार को बंद के समर्थन की अपील की थी. विरोध प्रदर्शन के दौरान जेकेएलएफ नेता यासीन मलिक को पुलिस ने हिरासत में लिया है.

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक श्रीनगर में अधिकतर दुकानें, पेट्रोल पम्प और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद हैं. इसके अलावा यातायात साधनों की आवाजाही में भी कमी देखी गई है. बताया जाता है कि श्रीनगर के अलावा घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों में भी यही हालात हैं. इलाके में एहतियाती कदम के तौर पर सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है.

जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी जहां शरणार्थियों को पहचान पत्र जारी करने के फैसले का विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जम्मू में नेताओं ने रोहिंग्या मुसलमानों को बसाए जाने के मुद्दे को उठाया है. इनका मानना है कि सरकार इस फैसले के जरिए आबादी के स्वरूप को बदलने की कोशिश की जा रही है.

इन घटनाओं के बाद राज्य में फिर से तनाव के हालात बन रहे हैं. अलगाववादी संगठन महबूबा मुफ्ती सरकार पर राज्य में भाजपा के एजेंडे को लागू करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने सरकार के फैसले का बचाव किया है. उनके मुताबिक शरणार्थियों को पहचान पत्र इसलिए जारी किया जा रहा है, जिससे उन्हें अर्द्धसैनिक बलों सहित अन्य केंद्रीय सेवाओं में नौकरी मिल सके.