कश्मीर-फ़लस्तीन समेत तमाम मह्कूम क़ौमों को आज़ाद होना चाहीए : डेव एंडरसन

लंदन 30 अक्टूबर (एजैंसीज़) ऑल पार्टी पारलीमानी ग्रुप आफ़ थर्ड वर्ल्ड सालीडारीटी डेव एंडरसन एम पी ने कहाकि कश्मीर और फ़लस्तीन समेत दुनिया की तमाम मह्कूम क़ौमों को आज़ाद होना चाहीए और दुनिया से जबर-ओ-इस्तिबदाद-ओ-इस्तिमारी निज़ाम का ख़ातमा होना चाहिए।

वो सेंट्रल लंदन में एक इस्तिक़बालीया से ख़िताब कर रहे थे। डेव एंडरसन एम पी ने कहाकि उन्हें ख़ुशी है कि बर्तानिया में एशियाई बाशिंदे शानदार ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं और कश्मीरी कम्यूनिटी मसला-ए-कश्मीर को अपने अरकान-ए-पार्लीमैंट तक बख़ूबी पहुंचा रही है।

उन्होंने कहा कि हक़ ख़ुद अरादीत कश्मीरीयों का हक़ है और इस मक़सद के लिए उन की जद्द-ओ-जहद जायज़ है। उन्हों ने कहा कि वो थर्ड वर्ल्ड सालीडारीटी के प्लेटफार्म से दुनिया की मह्कूम क़ौमों की आवाज़ को उठाते हैं और चाहते हैं कि दुनिया से ग़ुर्बत, बेरोज़गारी, इफ़लास, जहालत और बीमारीयों का ख़ातमा हो।

नैशनल यूनीयन आफ़ माइनरज़ के सदर डेविड हारपर ने बर्तानवी माइनरज़ की तारीख़ ब्यान करते हुए 1985 -ए-में टोरी वज़ीर-ए-आज़म मारग्रेट थैचर के ख़िलाफ़ शानदार हड़ताल का ज़िक्र किया और कहा कि अगर लेबर पार्टी उस वक़्त माइनरज़ का भरपूर तौर पर साथ देती तो ये तहरीक कामयाब होसकती थी और आज पिसे हुए तबक़ात को हुक़ूक़ मिल चुके होती।

उन्होंने कहाकि इस तहरीक में एशियाई कम्यूनिटी खासतौर पर कश्मीरीयों ने भरपूर साथ दिया ये तहरीक अगरचे कामयाब ना होसकी लेकिन इस ने दुनिया भर के मह्कूमों को जगह दिया था।

यूनीयन सालीडारीटी इंटरनैशनल के सदर जैफरी शीरज़ ने कहाकि कश्मीर और दूसरे मसाइल को हल कराने के लिए ट्रेड यूनीयन अहम किरदार अदा कर सकती है। ये यूनियनें चूँकि मुज़ाकरात की माहिर होती हैं इस लिए मसाइल को बख़ूबी हल करा सकती हैं।

उन्होंने कहाकि ट्रेड यूनियनें नसल और रंग से अलग और बालातर होकर जद्द-ओ-जहद करती हैं। चौधरी ताज रचयाल ने कहाकि मसला-ए-कश्मीर एक तवील अर्सा से सर दिखाने में पड़ा हुआ है।

हिंदूस्तानी अफ़्वाज मक़बूज़ा कश्मीर में ज़ुलम कर रही हैं। बर्तानवी अरकान-ए-पार्लीमैंट हिंदूस्तान को इस बात पर आमादा करें कि वो मक़बूज़ा कश्मीर में इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़ वरज़ीयों को बंद करे और कश्मीरीयों को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की क़रारदादों के मुताबिक़ इन का हक़ ख़ुद अरादीत दी।