नई दिल्ली 14 अक्तूबर (एजैंसीज़) जम्मू-ओ-कश्मीर मुआमला पर तीन रुकनी मर्कज़ी पेयानल आज मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। जिस के बाद हुकूमत उन के ज़रीया दिए गए मश्वरों रोड मयाप की सिफारिशों का मुताला करेगी। ठीक एक साल पहलयाअलान शूदा इस पेयानल ने हुकूमत के ज़रीया दी गई एक साला मुद्दत के अंदर अपनी रिपोर्ट मुकम्मल करली है। पेयानल के मैंबरान में दिलीप पडगाॶनकर, राधा कुमार और ऐम ऐम अंसारी शामिल हैं। रिपोर्ट के बारे में कोई इत्तिला देने से इनकार करते हुए पडगाॶनकर ने कहा कि मुज़ाकरात कारों ने रियासत के हर हिस्से का दौरा किया और मुख़्तलिफ़ तबक़ात के लोगों सीमलाक़ात करके उन के ख़्यालात जानने की कोशिश की। पडगाॶनकर ने बताया कि रिपोर्ट के आख़िर में हम ने रोड मयाप पेश किया है और सिफ़ारिशता पर आइन्दा काम करना हुकूमत पर मुनहसिर है मुज़ाकरात के पेयानल में गुज़श्ता एक साल के दौरान तक़रीबन 700 नुमाइंदगान के वफ़ूद से मुलाक़ात की। इस के इलावा तीन इजलास में शिरकत की। उन्हों ने कहा कि रिपोर्ट रियासत के तमाम शहरीयों की आवाज़ की नुमाइंदगी करते है। ये पूछे जाने पर कि क्या रिपोर्ट में अलहिदगी पसंद हुर्रियत लीडरों के भी नज़रियात और ख़्यालात शामिल हैं जिन्हों ने पेयानल से नहीं मिलने का फ़ैसला किया था? पडगाॶनकर ने जवाब दिया कि हम ने क़ौमी धारे और क़ौमी धारे से अलग सभी अफ़राद के ख़्यालात को इस रिपोर्ट में शामिल किया है और खासतौर पर हुर्रियत के दोनों तबक़ात के ख़्यालात को इस में शामिल किया गया है। उन्हों ने कहा कि हम ने कश्मीर के तमाम पहलुवों सयासी, इक़तिसादी, समाजी और तहज़ीबी को भी शामिल किया है।