कश्मीर में ईद पर डर का साया

श्रीनगर: कश्मीर घाटी के इतिहास में पहली बार ईद समारोह सईद मंगलवार को तनाव‌ और अनिश्चित स्थिति के साये में मनाई जा रही है, जहां 9 जुलाई से जारी ‘स्वतंत्रता समर्थक विरोध लहर’ में अभी 80 के करीब नागरिक, दो पुलिसकर्मी मारे 13 हजार अन्य घायल हो चुके हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि आम नागरिकों से अधिक सरकारी संस्थाओं विशेषकर सुरक्षा एजेंसियां ईद की तैयारियों में व्यस्त नजर आ रहे हैं।

सरकारी एजेंसियों विशेषकर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा यह तैयारियां अलगाववादी नेतृत्व सैयद अली गिलानी, मीरवाइज़ मौलवी उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक की ओर से ईद के दिन के लिए विज्ञापित किए गए कार्यक्रम को विफल करने और इस अवसर पर किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए की जा रही हैं।

अलगाववादी नेताओं ने ईद के लिए जारी कार्यक्रम में कहा, “लोग ज़िला व तहसील हेडक्वटरों तक स्वतंत्रता मार्च करेंगे और प्रार्थना भुगतान के बाद गरमाई राजधानी श्रीनगर में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक कार्यालय द्वारा मार्च करें होगा जहां सैन्य पर्यवेक्षक को उसी दिन शुरू महासभा बैठक में प्रस्तुत करने के लिए एक ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा।