कश्मीर में मारे गए जवानों की शहादत को मुसलमानों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल किया जा रहा है: फारूख अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुख़ अब्दुल्ला ने जवानों की शहादत पर ऐसा बयान दिया है जिससे विवाद तय माना जा रहा है । फारुख़ अब्दुल्ला ने सुकमा नक्सली हमले की तुलना कुपवाड़ा के आतंकी हमले से करते हुए ये बयान दिया है । नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया ने कहा कि कुपवाड़ा के शहीदों की शहादत को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है जबकि सुकमा के शहीदों की कोई बात ही नहीं की जा रही है।

श्रीनगर से सांसद अब्दुल्ला ने कहा कि यह दोहरी राजनीति देश को बर्बादी की कगार पर ले जा रही है। शहादत का जितना हक कुपवाड़ा में शहीद हुए सैनिकों को मिल रहा है, उतना ही हक सुकमा के शहीदों को भी मिलना चाहिए।

सुकमा बनाम कुपवाड़ा का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिमों के खिलाफ नफरत भड़काने की साजिश की जा रही है। मुस्लिम इस देश के बाशिंदे हैं और देश के बाशिंदों के खिलाफ ऐसी साजिश रचना काफी खतरनाक है। इस देश पर जितना हक हिंदुओं का है, उतना ही मुसलमानों का भी है।