श्रीनगर: कश्मीर में कथित तौर पर सेना की ओर से हिरासत में मारपीट के दौरान एक 30 वर्षीय लेक्चरर मौत अधिक नाराज़गी पैदा हो गई है। सेना ने इस मौत पर दुख व्यक्त किया है जबकि भीड़ ने शोपियां के विधायक की घर पर हमला भी किया है। पुलवामा जिले में स्थानीय लोगों का कहना है कि सेना और अन्य सेक्यूरिटी कर्मियों ने पिछले रात गांव पर धावा किया था और इस दौरान उन्होंने दर्जनों लोगों सहित महिलाओं और बच्चों को मारपीट की जिसमें वह घायल भी हुए हैं।
सेना ने 30 युवाओं को बाहर निकाला था और उन्हें अपने शिविर ले जाकर मारपीट की। उनका आरोप है कि सुबह की अव्वलीन साअतों में सेना ने शब्बीर अहमद मंगू की लाश गांव वालों के हवाले कर दिया। दूसरे युवाओं को भी रिहा कर दिया गया जिन्हें मारपीट से घाव आए थे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि व्याख्याता को सेना ने चपेट ोकोब द्वारा हत्या कर दी और उनकी लाश पर धमकी के निशान भी मौजूद थे। क्षेत्र में जनता ने इस हत्या के खिलाफ बड़ी संख्या में बाहर निकलते हुए विरोध किया है और उन्होंने सेना के खिलाफ नारे भी लगाए।