कश्मीर में शांति के लिए सेना केवल पुरानी नीतियों पर नहीं चल सकती, नए तरीके भी अपनाने पड़ेंगे- आर्मी चीफ़

भारतीय सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर में स्थायी तौर पर शांति स्थापित करने के लिए नया फार्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा है कि सेना केवल पुरानी नीतियों पर नहीं चल सकती है, कुछ नए तरीके अपनाने पड़ेंगे।

जनरल रावत ने कहा है कि इसके साथ ही पाकिस्तान पर सीमापार से आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए भी दबाव बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सेना केवल पुरानी नीतियों पर नहीं चल सकती है, कुछ नया करना होगा।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रावत ने कहा है कि सेना यथास्थिति बनाए नहीं रख सकती है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए नए तौर-तरीके तलाशने होंगे।

भारतीय सेना प्रमुख ने कहा है, ‘हमारा मुख्य मकसद आतंकियों और कश्मीर में परेशानियां पैदा करने वालों पर दबाव बनाना है।’ सेना प्रमुख ने कहा कि एक साल पहले उनके पद संभालने के बाद से हालात बेहतर हुए हैं।

केंद्र सरकार ने पूर्व आईबी प्रमुख रह चुके दिनेश्वर शर्मा को जम्मू-कश्मीर के लिए वार्ताकार नियुक्त किया है. इस पर रावत ने कहा, ‘सरकार का वार्ताकार नियुक्त करने का एक मकसद था।

वह सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर कश्मीर के लोगों तक अपनी बात पहुंचाएंगे और देखेंगे कि किन शिकायतों को राजनीतिक स्तर पर सुलझाया जा सकता है।’

सौजन्य- आज तक