कश्मीर में शांति सुनिश्चित प्रधानमंत्री चर्चा: कांग्रेस

नई दिल्ली: कश्मीर में जारी हिंसा पर काबू पाने के लिए बातचीत पर जोर देते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह बात सुनिश्चित करना चाहिए कि अन्य बातों जैसे बलूचिस्तान के बारे में कुछ भी कहने से पहले कश्मीर घाटी में शांति सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री किसी और विषय पर चर्चा कर रहे हैं। जबकि उनके घर में आग लगी हुई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मांग की कि स्थानीय लोगों के साथ बातचीत के जरिए भारत के ताज को बचाना चाहिए।

प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय व्यक्ति हैं (जब वह विदेश दौरे पर होते हैं) उन्हें चाहिए कि इस सररषाल पर ध्यान केंद्रित करें जो बुरी है। विपक्ष के नेता राज्यसभा कांग्रेस प्रधान कोर्टरस पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उनसे स्वतंत्रता दिवस भाषण में प्रधानमंत्री के बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर का संदर्भ देने के बारे में सवाल किया गया था। आजाद ने कहा कि मोदी को पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि घाटी की स्थिति पर काबू पाया जाता है तो अन्य स्थानों के बारे में बात करनी चाहिए।

कुछ लोगों की मौत हो रहे है चाहे सैनिक हों या नागरिक, हमारे लोग हैं। हम उनके बारे में एक शब्द भी नहीं कह सकते। पूर्व मुख्यमंत्री जम्मू कश्मीर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी ने पाकिस्तान से बातचीत से पहले ही राजनीति शुरू कर दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अपनी शपथ ग्रहण समारोह में स्वागत के लिए लाल गालैं बिछा गया था। यहां तक कि उन्होंने पाकिस्तान में एक शादी में भाग लिया था लेकिन वह भारत के ताज को बचाने के बारे में कुछ भी नहीं कह रहे हैं। उन्हें 6 अवसर प्राप्त हुए।

हाल ही में संपन्न मानसून सत्र में वह कश्मीर के बारे मी भाषण कर सकते थे लेकिन वह अपने कमरे तक सीमित रहे उन्होंने कहा कि संसद में बहस के लिए मजबूर करने वाली विपक्षी ही थे। एक और सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि चिदंबरम का बयान वह पढ़ चुके हैं।